एक ही अस्पताल में एक ही दिन में चार नवजात की मौत, डीएम ने दिए जांच के आदेश
बदायूं
उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में एक ही रात में इस्लामनगर पीएचसी पर एक के बाद एक चार नवजातों की मौत हो गई। परिवार का आरोप है डिलीवरी के नाम पर रुपये वसूल लिए और बच्चों की भी मौत हो गई। डीएम ने इस मामले की एसडीएम बिल्सी को जांच के आदेश दे दिए।
गांव गिरधरपुर निवासी जेंडरपाल अपनी पत्नी अनीता को प्रसव पीड़ा होने पर एंबुलेंस से इस्लामनगर पीएचसी ले आए। एक घंटे बाद अनीता ने पुत्र को जन्म दिया। जन्म लेते ही नवजात की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि स्टाफ चार सौ रुपये मांगता रहा।
अलीनगर निवासी जितेंद्र की पत्नी अनीता ने भी बीती रात पुत्र को जन्म दिया लेकिन डिलीवरी के समय ही नवजात की मौत हो गई। अनीता के पति जितेंद्र का आरोप है कि तैनात नर्स ने उनसे 1500 रुपये सुविधा शुल्क ले लिए और सभी दवाइयां बाहर के मेडिकल स्टोर से मंगवाईं। बालपुर निवासी उमेश की पत्नी कुसुम ने भी डिलीवरी के समय लापरवाही का आरोप लगाया। बीती रात प्रसव के समय उनके बच्चे की भी मौत हो गई। उनके पति उमेश का आरोप है कि उनसे भी नर्स ने 1200 रुपये लिए थे। गांव सखामई निवासी माला पत्नी पुष्पेंद्र का नवजात बेटे की भी प्रसव के समय ही मौत हो गई। बताया कि बच्चे का नाल सही से नहीं कटा था। खास बात यह है कि एक रात में ही चार बच्चे जन्मे और चारों की मौत हो गई।
रिटायर एएनएम के जिम्मे अस्पताल
प्रसूताओं की जिंदगी से खिलवाड़ क्यों न हो। डॉक्टर, एमओआईसी गौर नहीं करते हैं और अस्पताल दूसरे लोगों के जिम्मे छोड़ दिया है। सूत्र बताते हैं यहां दिन-रात एक रिटायर्ड एएनएम रहती हैं जो महिलाओं की डिलीवरी कराती हैं। सेटिंग भी वही कराती है। हर डिलीवरी की सौदेबाजी भी होती है।
कुमार प्रशांत, डीएम कहते है कि सीएमओ से जांच रिपोर्ट मांगी है, साथ ही एसडीएम बिल्सी को मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। मामला गंभीर है, इसीलिए स्वास्थ्य विभाग के साथ मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दिए हैं। दोषी किसी भी सूरत में बख्शे नहीं जाएंगे।