एक्टिंग में पहली कोशिश पर ऑडियंस के बीच फेंक दिए गए थे अनुपम खेर
नई दिल्ली
बॉलीवुड के दिग्गज कलाकारों में शुमार अनुपम खेर आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. उनका नाम ही उनकी फिल्मों की पहचान के लिए काफी है. हाल ही में अनुपम खेर ने एक्टिंग में अपने पहले प्रयास से जुड़ी कुछ मजेदार बातें बताई. उन्होंने बताया कि कैसे उनकी पहली कोशिश एक बहुत बड़ी मुसीबत बन गई थी.
अनुपम ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए इस किस्से का जिक्र किया है. उन्होंने इस वीडियो में बताया कि जब वह पांचवी क्लास में थे जब उनके क्लास टीचर ने उन्हें पृथ्वीराज चौहान का किरदार निभाने को कहा था. लेकिन उनके लिए इस नाटक का हिस्सा बनना मुसीबत साबित हुई.
अनुपम ने कहा, "एक्टिंग में मेरी पहली कोशिश मुसीबत थी. पांचवीं कक्षा के स्कूल प्ले में मेरे को-एक्टर ने मझे ऑडियंस के बीच फेंक दिया था क्योंकि वह मुझसे ज्यादा ताकतवर था, उस वक्त शिमला में ये उत्साह के दिन थे, जिन्हें हमने जिया है."
अनुपम खेर सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन के चेयरमैन भी हैं. वो नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा दिल्ली के एलुमनी हैं. भारत सरकार ने 2016 में पद्मभूषण पुरस्कार से अनुपम खेर को नवाजा था. इससे पहले उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है.
अनुपम अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. वर्कफ्रंट की बात करें तो पिछली बार अनुपम खेर को 'वन डे:जस्टिस डिलिवर्ड' में देखा गया था. यह एक एक्शन थ्रिलर मूवी है जिसका निर्देशन अशोक नंदा ने किया है. फिल्म में अनुपम के अलावा ईशा गुप्ता, कुमुद मिश्रा और अनुस्मृति सरकार भी हैं.