एएसआई और हवलदार सस्पेंड, दोनों वक को पीटते देखे गए
कांकेर
जिले के ग्राम बोगर में 21 जुलाई को भीड़ द्वारा एक युवक को पीटने की घटना के दो दिन बाद भानुप्रतापपुर थाने में पदस्थ एएसआई व हवलदार को निलंबित कर दिया गया है। दोनों पुलिस जवान भीड़ को रोकने के बजाए भीड़ का हिस्सा बनकर चोर की पिटाई में करने लगे थे। इसका वीडियो वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ने लगा। पुलिस विभाग ने दोनों जवानों के खिलाफ कार्रवाई करते उन्हें सस्पेंड कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
ग्राम बोगर में 21 जुलाई की दोपहर बलीराम नरेटी के सूने मकान मेें चोरी करते हुए युवक को ग्रामीणों ने पकड़ लिया था। इसके बाद चौराहे पर लाकर उसके हाथ बांधे गए और पिटाई शुरू कर दी। चोर ने अपना नाम संजय पवार निवासी बसंत नगर बताया। ग्रामीण उसकी बेदम पिटाई कर रहे थे। सूचना मिलते ही भानुप्रतापपुर थाने से एएसआई पलटुराम मंडावी और प्रधान आरक्षक लोकेश साहू को भीड़ को रोकने रवाना किया गया।
दोनों पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और चोर का बंधा हुआ हाथ जरूर खुलवाया लेकिन भीड़ को रोकने के बजाए उनके साथ ही चोर से मारपीट शुरू कर दी। मारपीट से चोर को चोटें आई। उसे पकड़कर थाने लाया गया। चोर के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई लेकिन जब भीड़ व पुलिस वाले चोर की पिटाई कर रहे थे तब इसका वीडियो बनाया गया जो दूसरे दिन वायरल हो गया। इसके बाद मामला तूल पकड़ने लगा। मॉब लिंचिंग की इस घटना को पुलिस विभाग ने संज्ञान में लेकर जांच शुरू की और प्रथम दृष्टया एएसआई और हवलदार को दोषी पाते हुए सस्पेंड कर दिया।