ईदुल फितर की नमाज इसबार मस्जिद में नहीं, गले मिलकर नहीं दूरी से पर्व की मुबारकबाद
भोपाल
ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब ईदुल फितर की नमाज ईदगाह सहित किसी भी मस्जिद में नहीं होगी। कोरोना के चलते चौथा लॉकडाउन 30 मई तक बढ़ाने से ये तय हो गया है कि ईद की नमाज लोग घर पर अदा करेंगे और संक्रमण से बचने के लिए गले मिलकर नहीं बल्कि सुरक्षित दूरी से पर्व की मुबारकबाद देंगे। आज 24वां रोजा है। पाच या छह रोजे शेष हैं। 29वां चांद होने पर रविवार अन्यथा 25 मई सोमवार को ईद मनाई जाएगी। मसाजिद कमेटी के सचिव एसएम सलमान ने बताया कि ईद की नमाज घरों में अदा करने पर उलेमाओं से चर्चा हुई है। मीटिंग के निर्णय से सब को अवगत कराएंगे। अलविदा जुमे की नमाज भी घर पर ही होगी।
संक्रमण के साये में ईद की मुबारकबाद देने परंपरा अनुसार बंदे एक-दूसरे से गले भी नहीं मिल सकेंगे। कुछ फासले से ही मुबारकबाद दी जाएगी। इस बारे में भी घोषणा की जाएगी। वजह साफ है कि बंदों को कोरोना के संक्रमण से बचाना है। सोशल डिस्टेंस का पालन भी कराना है। सभी उलेमाओं की चिंता भोपाल में बढ़ते हुए कोरोना संक्रमण को लेकर है। इसके चलते मस्जिदों में बंदों को आने सो रोका गया है और कहा गया है कि रमजान के चलते तरावीह भी घरों में ही पढ़ी गई या पढ़ी जा रही है।
ईदगाह के अलावा ताजुल मसाजिद, जामा माजिद, मोती मस्जिद सहित शहर की 300 मस्जिदों में ईद की नमाज होती है, लेकिन इस बार ये नजारा नहीं होगा। लोग ईद पर घरों के बाहर नहीं निकलेंगे। संक्रमण से बचने के लिए लोग न गके मिलेंगे न हाथ मिलाएंगे।