इन्फोसिस की मुश्किलें बढ़ीं, 6 अरब डॉलर घट गया बाजार पूंजीकरण

नई दिल्ली
सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इन्फोसिस पर एक बार फिर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। एक व्हिसलब्लोअर ने कंपनी पर अनुचित कामकाज का आरोप लगाया है जिसके कारण एक ही दिन में इन्फोसिस का बाजार पूंजीकरण करीब 6 अरब डॉलर घट गया। सहसंस्थापक और चेयरमैन नंदन नीलेकणी एक बार फिर कंपनी के संकटमोचक बनकर उभरे हैं। कंपनी के एक व्हिसलब्लोअर समूह ने मुख्य कार्याधिकारी सलिल पारेख और मुख्य वित्त अधिकारी निलांजन रॉय के खिलाफ लघु अवधि में आय और लाभ बढ़ाने के लिए अनैतिक कामकाज में लिप्त होने का आरोप लगाया है।

अमेरिका की एक विधि सेवा कंपनी खाता-बही में अनैतिक व्यवहार के आरोपों में घिरी नामी भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी सेवा कंपनी इन्फोसिस के निवेशकों के समूह की ओर से कार्रवाई का मुकदमा दायर करने की तैयारी कर रही है। इससे कंपनी का संकट बढ़ सकता है। इन्फोसिस अमेरिकी शेयर बजार में भी सूचीबद्ध है।

न्यूयॉर्क शेयर बाजार में सूचीबद्ध इन्फोसिस ने सूचित किया कि उसके कर्मचारियों के बीच से ही कंपनी के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ शिकायत मिली है। शिकायत में कहा गया है कि ये अधिकारी अल्प अवधि की आय और लाभ को ऊंचा दिखाने के लिए अनैतिक व्यवहार में लगे हैं। इससे कंपनी के शेयर का भाव अमेरिकी बाजार में तेजी से गिरकर नीचे आ गया। विधि सेवा कंपनी रॉजेन ला फर्म ने कहा है कि वह कंपनी पर भ्रामक सूचना देने के आरोप के चलते इन्फोसिस लिमिटेड के शेयरों में निवेश करने वालों के दावे की संभावनाओं का जायजा ले रही है।

कंपनी ने बयान में कहा है कि वह निवेशकों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए सामूहिक कार्रवाई का दावा तैयार कर रही है। बेंगलुरु स्थित इस कंपनी के शेयरों के दाम भारत में भी गिरे हैं। बंबई शेयर बाजार में इसका बंद भाव 16 प्रतिशत गिरकर 643.30 रुपए रहा है।

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