इंदौर में 3 दिन में मिले 15 पॉजिटिव मरीज़, हज़ारों लोग होम क्वारंटाइन

इंदौर
इंदौर में कोरोना का दायरा बढ़ने से हड़कंप मच गया है. 3 दिन से लगातार 5-5 केस सामने आ रहे हैं. इससे प्रशासन और सरकार दोनों सख्ते में हैं. कोरोना मरीज़ों के इलाज और इसका फैलाव रोकने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. जिन इलाकों में ये मरीज मिल रहे हैं उन इलाकों को कैंटोनमेंट एरिया घोषित कर हजारों लोगों को क्वारंटाइन कर दिया गया है. इलाके में रोज 50 घरों में जाच की जा रही है और अगले 14 दिन तक उन पर नज़र रखी जाएगी. लोगों की जिन मरीजों में कोरोना वायरस पॉजिटिव आया है,उनमें से एक भी इस दौरान विदेश यात्रा पर नहीं गया था.

इंदौर के एमजीएम कॉलेज की लैब में गुरूवार को 29 मरीजों के सैंपल की जांच की गई.इसमें से 23 निगेटिव निकले. छह में से एक मरीज का सैंपल फिर से जांच के लिए भेजा गया है जबकि पांच मरीज पॉजिटिव निकले.इनमें उज्जैन के रहने वाले 42 साल के मरीज का इलाज एमआरटीबी अस्पताल में चल रहा है. ये मरीज़, दो दिन पहले उज्जैन की जिस बुजुर्ग महिला की मौत हुई थी उनका करीबी रिश्तेदार है.

इंदौर शहर के जिन इलाकों में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं उन इलाकों को कैंटोनमेंट एरिया घोषित कर दिया गया है. मरीजों के घर से तीन किमी के दायरे तक किसी भी व्यक्ति को आने-जाने नहीं दिया जा रहा है. इन इलाकों के आठ हजार से ज्यादा लोग होम क्वारंटाइन कर दिए गए हैं. चंदन नगर, 12/1 रानीपुरा, 566 स्नेह नगर, 6 मनीष बाग, मैपल वुड बिल्डिंग ए वन ब्लॉक, निपानिया, 128 सिलावटपुरा, 56/3 दौलतगंज, 22 दाउदी नगर, खजराना रोड, 813 खातीवाला टैंक में स्थित मरीज़ों के घरों को एपी सेंटर और इसके 3 किमी की परिधि को कैंटोनमेंट एरिया घोषित कर दिया गया है. साथ ही इसके 5 किमी की परिधि में बफर जोन है. इनके एग्जिट पॉइंट पर कर्मचारी स्क्रीनिंग कर रहे हैं और हर दिन 50 घरों में टीम जाकर जांच कर रही है. पॉजिटिव केस वालों के परिवार, निकट संपर्क वालों पर 14 दिन तक नजर रखी जा रही है.

इंदौर में तीन दिन में कोरोना के 15 पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इनमें से दो की मौत हो चुकी है. इनमें से पहली मौत जिस महिला मरीज़ की हुई वो उज्जैन की रहने वाली थी.

सीएचएल में भर्ती रानीपुरा के 41 साल के पुरुष मरीज की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली है. वहीं बॉम्बे हॉस्पिटल में भर्ती लिम्बोदी निवासी 53 वर्षीय पुरुष मरीज ने भी इस दौरान कहीं यात्रा नहीं की है. एमवाय अस्पताल में 14 और 18 वर्षीय की लड़कियां एडमिट हैं. ये भी इस दौरान कहीं विदेश या बाहर नहीं गयी हैं.

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