इंदौर में कोरोना के 14 नये केस पॉजिटिव, MP में अब तक 126 मरीज़

इंदौर
इंदौर में गुरुवार को फिर कोरोना (corona) के 14 नये पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इन्हें मिलाकर अब मध्य प्रदेश (madhya pradesh) में कोरोना मरीज़ों की संख्या बढ़कर 126 हो गयी है. प्रदेश में अब तक 8 मरीज़ों की मौत हो चुकी हैं. इनमें से 5 इंदौर के थे. उधर टाटपट्टी बाखल इलाके में मेडिकल टीम पर हमला करने वाले 4 आरोपियों को रासुका में जेल भेज दिया गया है.

इंदौर के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज से रात 12 बजे के बाद जारी मेडिकल बुलेटिन में कोरोना की जानकारी अपडेट की गयी. मेडिकल बुलेटिन में बताया गया है कि शहर में 14 और नये मरीज़ कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए. इनमें 11 पुरुष और 03 महिलाएं शामिल हैं. इन्हें मिलाकर मध्यप्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 126 हो गयी है. इनमें सबसे ज़्यादा इंदौर के 96 मरीज़ शामिल हैं.कोरोना से अब तक प्रदेश में 8 लोगों की मौत चुकी हैं. मरने वालों में सबसे ज़्यादा 5 पेशेंट भी इंदौर के हैं. बाकी दो मरीज़ उज्जैन और एक खरगोन का है.

उधर सीएम शिवराज सिंह चौहान के ट्वीट के बाद टाट पट्टी बाखल इलाके में मेडिकल टीम पर हमला करने वाले 4 आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत केस दर्ज किया गया है. चारों दोषियों पर रासुका लगाकर उन्हें जेल भेज दिया गया है. आरोपियों के नाम मोहम्मद मुस्तफ़ा इस्माइल, मोहम्मद गुलरेज, सोयब उर्फ़ सोभी, मज्जू उर्फ़ मजीद हैं. इस मामले में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. ये घटना बुधवार की है, जब कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत के बाद मेडिकल टीम उस परिवार के अन्य सदस्यों की जांच के लिए टाटपट्टी बाखल गयी थी. उसी दौरान सोशल मीडिया पर अफवाह वायरल हो गयी कि सरकारी टीम लोगों को पकड़ कर ले जाएगी. इससे गुस्साए लोगों ने टीम के वहां पहुंचते ही उन पर हमला कर दिया. टीम को पत्थर मारे गए और बेरिकेट तोड़ दिए गए.

गुरुवार को टाटपट्टी बाखल इलाके में फिर से पुलिस प्रशासन की टीम पहुंची. इनके साथ मौलाना और धर्म गुरु भी थे. इन लोगों ने लोगों को कोरोना संक्रमण के ख़तरे और इससे बचने के लिए समझाया. मेडिकल टीम के साथ सहयोग की अपील की. उसके बाद इलाके के लोगों ने मेडिकल टीम पर हमले की घटना के लिए माफी मांगी और वादा किया कि हम प्रशासन का पूरा सहयोग करेंगे.

भोपाल में कोरोना पॉजिटिव का इलाज करने वाले जेपी अस्पताल के 2 डॉक्टर क्वॉरेंटाइन कर दिए गए हैं. अस्पताल में 30 मार्च को इमरजेंसी में एक युवक इलाज कराने आया था. उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद डॉक्टरों में हड़कंप मच गया. उसका इलाज करने वाले दोनों डॉक्टर क्वारेंटीन में चले गए हैं. जेपी अस्पताल में टेली मेडिसिन सेवा भी शुरू कर दी गयी है. इसके हेल्पलाइन नंबर पर डॉक्टर 24 घंटे मरीजों को फोन पर दे सलाह और इलाज के लिए उपलब्ध हैं.

इस बीच एक अच्छी खबर ये है कि कोरोना वायरस की जांच किट भोपाल में तैयार की जाएगी. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने गोविंदपुरा स्थित किलपेस्ट कंपनी में बनायी गयी किट को मान्यता दी है.यह देश की दूसरी कंपनी है जिसे किट बनाने की मान्यता मिली है.सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड एवं कंट्रोल आर्गेनाईजेशन से मान्यता के बाद किट बनाने का काम शुरू हो जाएगा.इस किट से ढाई घंटे के भीतर कोरोना की जांच हो जाएगी. एक किट से 100 टेस्ट होंगे और एक टेस्ट का खर्च ₹1000 से कम आएगा. भोपाल स्थित बीएमएचआरसी में आज से कोरोना वायरस की जांच शुरू हो रही है.

कोरोना से बचाव के लिए अब शिक्षक भी लोगों को जागरुक करेंगे.स्कूल शिक्षा विभाग ने हर ज़िले में शिक्षकों की टीम की तैयार की है जो लोगों में जागरुकता फैलाएगी. शिक्षक वॉर्ड वार घरों में जाकर लोगों को जागरूक करेंगे. जिले वार 100 शिक्षकों की टीम घर घर जाएगी.

कोरोना के ताज़ा हालात के बीच आज राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति राज्यपाल से चर्चा करेंगे. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए होने वाली इस चर्चा में एमपी में कोरोना के ताज़ा हालात पर बात की जाएगी.

उज्जैन में स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. सरफराज नाम का ये कर्मचारी ने 40 दिन तक बुराहनपुर की जमात में रहे 11 लोगों को एम्बुलेंस में उज्जैन लाया और बिना जांच के सभी को घर भेज दिया. ये मामला 30 मार्च का है जिसमें अब पुलिस ने एफआईआर की है.

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