इंदौर में उप राष्ट्रपति को याद आई ‘वन्दे मातरम’ की सुरीली आवाज, कहा-मिशन अब बन गया है कमीशन
इंदौर
कड़े सुरक्षा इंतजामो के बीच गुरुवार सुबह 10 बजकर 30 मिनिट पर उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू इंदौर पहुंचे। इंदौर एयरपोर्ट पर सबसे पहले राज्यपाल लाल जी टण्डन ने उनका स्वागत किया इसके बाद प्रदेश सरकार की ओर से उनकी अगुआई स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट और उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने की। इस मौके पर सांसद शंकर लालवानी, संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी सहित बड़े अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में भाग लेने आये उपराष्ट्रपति एयरपोर्ट से सीधे सांवेर रोड़ स्थित यूनिवर्सिटी कैम्पस पहुंचे। जहां बड़ी संख्या में मौजूद स्टूडेंट्स ने करतल ध्वनि के साथ उनका स्वागत किया। दोपहर 12 बजकर 15 मिनिट तक चले वैष्णव विद्यापीठ विश्विद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के 215 स्टूडेेंट्स को डिग्री दी गई वही 8 मेरिटोरियस स्टूडेंट्स को उपराष्ट्रपति के हाथों गोल्ड मेडल दिए गए।
इस मौके पर उपराष्ट्रपति ने स्टूडेंट्स को सम्बोधित कर कहा कि मैं प्रदेश में पहले भी एक स्टूडेंट के तौर पर कार्यक्रम में शामिल हो चुका और मुझे याद है कि उस समय एक महिला ने वन्देमातरम गीत का अलापन किया और मेरे जीवन मे मैंने अभी तक उतना सुमधुर वन्देमातरम गाने वाले को सुना नही है। उन्होंने वैष्णव यूनिवर्सिटी की तारीफ कर कहा कि 1966 से निःस्वार्थ भाव से चल रहे संस्थान ने प्रगति की है। वही उन्होंने कहा कि आजादी के बाद और आजादी के पहले भी देश मे शिक्षा, मेडिकल प्रोफेशन, पॉलिटिक्स इनको लोग एक मिशन के रूप में देखते थे एमजीआर बाद में समाज मे परिवर्तन आया और सभी ने अनुभव किया होगा कि राजनीति, मेडिकल और पॉलिटिक्स का मिशन, कमीशन में तब्दील होकर बिजनेस के रूप में शुरू हो गया।
दीक्षांत समारोह में पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन, राज्यपाल लाल जी टण्डन, प्रदेश सरकार के मंत्री सहित बड़ी संख्या में शिक्षाविद शामिल हुए। तय कार्यक्रम के मुताबिक उपराष्ट्रपति दोपहर 3:55 बजे दोबारा एयरपोर्ट इंदौर पहुंचेंगे और 04 बजे दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।