इंदौर में आज से खुलेंगे सरकारी,अर्द्ध सरकारी और निगम विभागों के दफ्तर
इंदौर
मध्य प्रदेश के मिनी मुंबई कहे जाने वाले शहर इंदौर में कोरोना के संकट काल के बीच कलेक्टर मनीष सिंह ने सभी सरकारी,अर्द्ध सरकारी और निगम विभागों के कार्यालय बुधवार से खोलने के आदेश दिए हैं. ये कार्यालय लॉकडाउन के चलते पिछले दो महीने से बंद थे. इसके साथ ही ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनियों को भी फूड डिलीवर करने की अनुमति दे दी गई है. इनमें मुख्य रुप से डोमिनोस पिज्जा, जोमैटो और स्विगी को फूड सप्लाई की अनुमति दी गई है. हालांकि इन कंपनियों को सशर्त अनुमति दी गई है.
कलेक्टर मनीष सिंह ने कोरोना महामारी के मद्देनजर सभी सरकारी कार्यालयों में फिलहाल 50 फीसदी कर्मचारियों की उपस्थिति की अनुमति दी है. लेकिन इन कार्यालयों में अधिकारियों की उपस्थिति शत प्रतिशत रहेगी.
सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का उनके ऑफिस से जारी परिचय पत्र को कर्फ्यू पास के रुप में मान्य किया जाएगा. सभी कार्यालयों में कोरोना प्रोटोकाल के नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा. सभी अधिकारियों कर्मचारियों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा. सभी लोगों को मास्क पहनना होगा साथ ही सेनेटाइजर और ग्लव्स का भी उपयोग करना होगा. कलेक्टर के मुताबिक इस आदेश के उल्लंघन पर धारा 188 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
मध्य प्रदेश का इंदौर देश के उन टॉप जिलों में शामिल है, जहां कोरोना मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है. इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया के मुताबकि पिछले लगभग 2 महीनों में अब तक जिले में 30 हजार 677 सैंपल की जांच की गई है, जिसमें 3 हजार 103 कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं. इनमें से जिनमें से 1502 पॉजिटिव मरीजों का इलाज शहर के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है. बीते सोमवार के मेडीकल बुलेटिन में 1 मरीज की मौत की पुष्टि के बाद अब तक जिले में कोरोना संक्रमण की वजह से 117 लोगों की जान जा चुकी है.