इंग्लैंड का वर्ल्ड कप के बाद एशेज़ डबल का लक्ष्य

एजबस्टन
इंग्लिश क्रिकेट टीम आईसीसी विश्वकप की सफलता के बाद गुरूवार से आस्ट्रेलिया के खिलाफ बहुप्रतीक्षित एशेज़ सीरीज़ के पहले मुकाबले के लिये एजबस्टन में उतरेगा। इंग्लैंड ने इतिहास में पहली बार वनडे विश्वकप अपने नाम किया है और इसके बाद अब उसकी अगली परीक्षा एशेज़ सीरीज़ है जहां उसके अभियान की शुरूआत एजबस्टन में होगी। दोनों चिर प्रतिद्वंद्वी टीमों के लिये एशेज़ सीरीज़ हमेशा से प्रतिष्ठा का विषय रही है और इंग्लैंड की ज़मीन पर दो दशक बाद एशेज़ जीतकर वह विश्वकप में मिली निराशा को पीछे छोड़ने का प्रयास करेगी। आॅस्ट्रेलिया 19 साल से इंग्लैंड में एशेज सीरीज नहीं जीत सकी है जबकि मेज़बान इंग्लैंड के पास विश्वकप के बाद एशेज़ जीतकर डबल धमाका करने का सुनहरा मौका है। इंग्लिश टीम को एक बार फिर अपनी घरेलू परिस्थितियों का फायदा होगा जिससे विपक्षी टीम को मुश्किल हो सकती है जिसके खिलाड़ी खासकर गेंदबाज़ यहां की पिचों पर लगातार संघर्ष करते रहे हैं।

आस्ट्रेलिया के कुछेक खिलाड़ियों से हालांकि अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी। बल्लेबाज़ डेविड वार्नर विश्वकप में काफी सफल रहे थे जबकि बेनक्राफ्ट जैसे खिलाड़ियों को यहां काउंटी टीम में खेलने का अनुभव काम आ सकता है। आस्ट्रेलियाई टीम के लिये हालांकि मुश्किल यह रहेगी कि वह एशेज़ में खास तैयारी के बिना उतर रही है जबकि इंग्लैंड ने हाल ही में आयरलैंड के साथ टेस्ट खेला था जिसमें उसने 143 रन से जीत अपने नाम की थी। इंग्लैंड को हालांकि आयरलैंड ने मैच के शुरूआत में काफी चौंका दिया था और उसके बल्लेबाजों को 85 रन पर ढेर कर दिया था। लेकिन फिर इंग्लिश टीम ने वापसी करते हुये दूसरी पारी में 303 रन का बड़ा स्कोर बनाया और बड़े अंतर से जीत अपने नाम कर ली। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा इस एशेज़ सीरीज़ में इंग्लिश टीम अपने कई बड़े चेहरों के साथ उतरेगी जिनकी विश्वकप में अहम भूमिका रही थी। हालांकि टीम में संयोजन के साथ खिलाड़ियों के क्रम को लेकर भी बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। कप्तान जो रूट की दोबारा तीसरे नंबर पर वापसी की उम्मीद जताई जा रही है जबकि सलामी जोड़ी के रूप में रोरी बर्न्स और जेसन रॉय एक बार फिर अहम भूमिका में होंगे। रॉय ने विश्वकप में भी कमाल का प्रदर्शन किया था। दूसरी ओर आॅस्ट्रेलिया को तेज गेंदबाजों जेम्स पैटिंसन और पैट कमिंस से इंग्लिश पिचों पर अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद रहेगी। वहीं इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाजों में जेम्स एंडरसन अहम होंगे। वहीं लंबे समय बाद उपकप्तान बनाये गये विश्वकप फाइनल के हीरो बेन स्टोक्स पर अब एशेज़ में भी सभी प्रशंसकों की निगाहें लगी हैं। हालांकि आस्ट्रेलियाई टीम के लिये एजबस्टन में जीत दर्ज कर एशेज़ की विजयी शुरूआत करना चुनौती से कम नहीं होगा जिसने यहां 2001 से अब तक कोई मैच नहीं जीता है। विश्वकप सेमीफाइनल में भी उसे इंग्लैंड से इस मैदान पर हार झेलनी पड़ी थी। वहीं इंग्लैंड का इस मैदान पर बढ़िया रिकार्ड है जिसने यहां पिछले 11 अंतरराष्ट्रीय मैच जीते हैं। 

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