आर्थिक और सामाजिक स्तर पर सशक्त हो रहीं हैं छत्तीसगढ़ की महिलाएं-मुख्यमंत्री बघेल

कोरबा
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का मासिक रेडियोवार्ता लोकवाणी की आठवीं कड़ी का प्रसारण महिलाओं को बराबरी के अवसर विषय पर केंद्रित था।  मुख्यमंत्री ने रेडियोवार्ता में कहा कि मातृषक्ति के बिना इस संसार की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ में स्त्री-पुरूष अनुपात राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत रायगढ़ एवं बीजापुर जिला देष भर में उभर कर सामने आया है। इक्कीसवीं सदी में महिलाओं के आगे बढ़ने के रास्ते में बाधाओं के बारे में उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में महिलाओं ने पुरूषों से कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष किया था। यह साबित करता है कि बाधाएं तो ऐतिहासिक, सामाजिक कारणों से है तथा मनोवृत्ति की वजह से है।

शासन की सोच और पहल महिलाओं के पक्ष में अग्रसर है। महिला सम्मान को उनके अधिकारों और स्वावलंबन से जोड़ने की रणनीति अपनाई है। उन्होंने महिलाओं को आर्थिक मोर्चे पर सशक्त बनाने के लिए स्वावलंबन और रोजगार के उपायों, महिलाओं को कुपोषण से मुक्ति दिलाने, महिलाओं की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। लोकवाणी में मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस से उत्पन्न वातावरण का जिक्र करते हुए कहा कि इन दिनों ‘कोरोना वायरस’ की बहुत चर्चा है। आप डरें नहीं। बचाव के उपायों को समझें और अपनाएं। सरकार ने उपचार की पूरी तैयारी कर रखी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला स्वसहायता समूह द्वारा निर्मित सामग्री के वितरण के लिए जिला प्रषासन पूर्ण सहयोग करेगा। सरकार के विभिन्न संस्थाओं, स्कूल, छात्रावास या अन्य शासकीय विभागों में जरूरत के अनुसार खरीदी में ऐसे समूहों को पूरी प्राथमिकता मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘‘एक दुकान सब्बो सामान‘‘ के नवाचार से ग्रामीण महिलाओं को समृद्धि और खुषहाली का नया रास्ता मिला है तथा मैं पूरे प्रदेष में कार्यरत हजारों महिला स्वसहायता समूह से जुड़ी लाखों महिलाओं को सेल्यूट करता हूं।

मुख्यमंत्री ने महिलाओं एवं बच्चों को सुपोषित करने के उद्देष्य से शुरू किये गये योजना के बारे में बताया कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान 2 अक्टूबर 2019 अर्थात गांधी जयंती के दिन से प्रदेश के सभी जिलों में शुरू किया गया। इसके अन्तर्गत जन्म से 5 वर्ष तक के बच्चों को तथा 15 से 49 वर्ष तक की महिलाओं को खून की कमी और कुपोषण की समस्या से उबारने का लक्ष्य रखा गया है। वर्तमान में साढे पाँच लाख हितग्राहियों को अतिरिक्त पोषण आहार, गर्म भोजन दिया जा रहा है। इसके अलावा पूरक पोषण आहार कार्यक्रम, महतारी जतन योजना, पोषण आहार योजना का संचालन भी किया जा रहा है। इस तरह 30 लाख से अधिक हितग्राहियों को विभिन्न पोषण योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। इसमें गर्भवती भी हैं, शिशुवती भी हैं तथा अन्य आवश्यकताओं वाली बहनें भी हैं। सुपोषण अभियान का संचालन सुगम तरीके से हो रहा है। जिसके कारण कुपोषण की दर में कमी आ रही है।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में रोजगार के उपलब्ध अवसरों की जानकारी देते हुए कहा कि शासकीय सेवाओं में महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत पद आरक्षित किए गए हैं। वहीं आयु सीमा में भी 10 वर्ष की विशेष छूट दी गई है। इस तरह सभी नियमों का पालन करते हुए जितने पुराने रिक्त पद थे, उन सब पर भर्ती हुई है और हो रही है। और मुझे खुशी है कि नियमित भर्ती प्रक्रिया में भी बड़ी संख्या मंे बेटियाँ और बहनें परीक्षाओं के माध्यम से चयनित हो रही हैं।

मुख्यमंत्री ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार द्वारा लागू की गई योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि  महिला हेल्प लाइन नम्बर 1091, सखी वन स्टॉप सेन्टर, महिला-पुलिस स्वयंसेविका योजना, महिला जागृति शिविर, स्व-आधार योजना, कामकाजी महिला हॉस्टल योजना, महिला शक्तिकेन्द्र योजना आदि सुरक्षा तथा सहयोग के लिए काम कर रहीं हैं। प्रदेश के 374 थानों में महिला डेस्क स्थापित की जा चुकी हैं तथा 8 जिलों में महिला विरूद्ध अपराध विवेचना इकाई भी संचालित की जा रही है। 4 हजार 255 सार्वजनिक स्थानों पर सी.सी.टी.वी. कैमरे स्थापित किए गए हैं चार जिलों में महिला थाने स्थापित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त पारिवारिक विवाद एवं महिला उत्पीड़न से संबंधित प्रकरणों के लिए महिला परामर्श केन्द्र, महिला पुलिस वालंटीयर्स तथा बालिका आश्रम व छात्रावास में सुरक्षा हेतु महिला होमगार्ड की तैनाती की गई है। अपराध से पीड़ित महिलाओं के लिए क्षतिपूर्ति राशि का प्रावधान किया गया है।

महिला समूह द्वारा बड़ा उद्योग लगाने के अवसर के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि महिला समूह बड़ा उद्योग लगाना चाहते हैं तो उनके लिए राज्य शासनष् ने बहुत सी सुविधाएं दी हैं। हर विभाग में उन्हें प्राथमिकता और सुगमता से काम करने की सुविधा है। बहुत से नियम शिथिल किए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने लोकवाणी के माध्यम से प्रदेशवासियों को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस और रंगो के त्यौहार होली की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि दो दिन बाद होली है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का त्यौहार है। साथ ही रंगों में रंग मिलाने का अर्थात हर इंसान के बीच समन्वय, सद्भाव और सौहार्द्र का त्यौहार है।

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