आनलाइन पेपर भेज आरजीपीवी बचाएगा लाखों का ट्रांसपोर्ट खर्च

भोपाल
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गे्रडिंग सिस्टम के द्वितीय, तृतीये और चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं एक मई से लेना शुरू कर देगा। इसकी तैयारी अभी से शुरु हो गई है। वहीं प्रायोगिक परीक्षाएं मई में ही पूर्ण होंगी। आरजीपीवी उक्त परीक्षाओं में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के पेपर को केंद्रों पर आनलाइन भेजेगा।  

आरजीपीवी द्वारा ग्रेडिंग सिस्टम में द्वितीय से चतुर्थ सेमेस्टर तक की परीक्षाओं में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के पेपर आनलाइन भेजे जाएंगे। परीक्षा में करीब बीस हजार विद्यार्थी शामिल होंगे। इससे परीक्षाओं के दौरान पेपरों की संख्या करीब 80 हजार हो जाती है। अभी तक पेपरों को ट्रक के माध्यम से सील बंद पेटियों में भेजे जाता था। पेपरों को पुलिस थाने या कलेक्टर की निगरानी में रखना होते थे। पेपर प्रिंट कराने से लेकर उनकी पैकिंग के साथ डिलेवरी तक में आरजीपीवी को लाखों रूपए का खर्च उठाना पड़ता था। आनलाइन पेपर भेजने से आरजीपीवी के काफी खर्च कर कम हो जाएंगे। यहां तक उन्हें पेपर प्रकाशित कराने में लाखों रुपए का टेंडर तक करने की जरुरत नहीं बची है। 

22 से 26 तक होंगे प्रैक्टिकल
बीटेक प्रथम और द्वितीय दो मई से तीन जून तक चलेंगी। सभी विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षाएं 22 से 26 अप्रैल तक लेना कालेजों के लिए अनिवार्य किया गया है। बीटेक तीसरे सेमेस्टर की परीक्षाएं एक से 25 मई तक और चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं तीन से 21 मई तक चलेंगी। इसी दौरान बीई सातवें और आठवें सेमेस्टर की परीक्षाएं भी चलेंगी। एमटेक की परीक्षाओं का समय दोपहर दोपहर दो से पांच बजे तक तथा बीई व बीटेक की परीक्षाएं सुबह दस से दोपहर एक बजे तक चलेंगी। उक्त परीक्षाओं में करीब एक लाख विद्यार्थी शामिल होंगे। 

नोडल सेंटरों पर होगी परीक्षा 
आरजीपीवी उक्त परीक्षाएं मई में होगी। सभी परीक्षाओं के टाइम टेबिल जारी हो चुके हैं। बीस हजार विद्यार्थियों के लिए प्रदेश के हरेक जिले में उक परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। जहां पहुंचकर विद्यार्थी अपनी परीक्षाएं देंगे। वहीं अन्य परीक्षाओं के लिए आरजीपीवी ने करीब सौ परीक्षा केंद्र तैयार किए हैं। 

ऐसे पहुंचेंगे सेंटर पेपर 
परीक्षा सुबह दस से एक बजे तक चलेंगी। पेपर परीक्षा के आधा घंटे आरजीपीवी अपने पोर्टल के माध्यम से एग्जाम सेंटर पर भेजेगा। जहां एग्जाम सुप्रीटेंडेंट एग्जाम आब्जर्वर की उपस्थिति में पोर्टल से आनलाइन प्रिंट करेगा। प्रिंट निकालने उन्हें एक ओपीटी दिया जाएगा। वे उतनी ही संख्या में पेपर का प्रिंट निकाल पाएंगे, जितनी संख्या के विद्यार्थियों का एग्जाम सेंटर बनाया गया है। 

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