आत्मनिर्भर भारत के लिए कौशल विकास अनिवार्य

भोपाल

आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार करने के लिए कौशल विकास अनिवार्य है। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल ने इंदौर में आयोजित वेबीनार को संबोधित करते हुए कहा कि विकास के साथ पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए प्रभावी तकनीक का व्यापाक तौर पर इस्तेमाल करने की जरूरत है।

इंदौर के शासकीय होल्कर साइंस कॉलेज द्वारा पीजी टेक रिसर्च इंस्टिट्यूट के सहयोग से 'भारत को आत्मनिर्भर बनाना है' विषय पर आयोजित वेबीनार को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री श्री पटेल ने कहा कि वेबीनार का उद्देश्य शिक्षकों के दृष्टिकोण को प्रदेश में कौशल और कुशल भारत के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने के दिशा में परिवर्तित करना है। आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए यह महत्वपूर्ण कदम होगा। उन्होंने आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि प्रशिक्षण का लाभ देश के विकास और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिये उपयोगी होगा।

कृषि मंत्री  पटेल ने पर्यावरण संरक्षण में प्रभावी तकनीकों के इस्तेमाल की जरूरत बताते हुए कहा कि छात्रों को शैक्षणिक संस्थाओं में ऐसी तकनीकों से अवगत कराया जाये जिससे प्रदूषण को कम करने में मदद मिले। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि प्रदूषण पूरे विश्व की गंभीर समस्या बन गया है। आने वाले समय में यह समस्या और विकराल होगी इसलिए समय रहते इस चुनौती से निपटने के उपाय तलाशने होंगे।

कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि खेती को सरल, सुगम और सुविधाजनक बनाने के लिए किसानों को नई तकनीकों के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित और प्रशिक्षित करने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा। श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसानों के कल्याण और गांवों के अधोसंरचनात्मक विकास के लिए पूर्ण समर्पण भाव से जुटे हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना देश के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी। वेबीनार में इंदौर उच्च शिक्षा विभाग के एडिशनल डायरेक्टर डॉ. सुरेश सिलावट, संयोजक पीजी टेक रिसर्च इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर आशीष तिवारी, प्रोफेसर आरसी दीक्षित, डॉ. एम.के. द्विवेदी मौजूद थे।

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