आठ सालों में सबसे ठंडा रहा ‘अप्रैल’

रायपुर
 प्रदेश के ऊपर आसमान 92 फीसद साफ हो गया है। राजस्थान के रास्ते गर्म हवा का आना शुरू हो गया है, मगर अभी इसकी रफ्तार में एक प्रति चक्रवात रोड़ा डाले हुए है। यह छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि तापमान अब गिरेगा, चढ़ेगा। यानी गर्मी के लिए तैयार रहने का समय आ गया है।

'नईदुनिया' ने बीते आठ सालों में अप्रैल माह के तापमान पर अध्ययन किया। सामने आया कि 2019 सबसे ठंडा गुजर रहा है। 2016, 17, 18 में तो प्रदेश का तापमान 43 डिग्री के पार था। कई दिन झुलसा देने वाले थे। 30 अप्रैल 2018 को अधिकतम तापमान 43 डिग्री था। अभी 30 अप्रैल को सात दिन शेष हैं। तापमान बढ़ने का पूर्वानुमान भी है, तो क्या बढ़ेगा?

मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले दिनों में कोई सिस्टम नहीं है, मगर कुछ सिस्टम अचानक भी बनते हैं। छत्तीसगढ़ के तापमान में ज्यादा बढ़ोतरी न होने की एक और वजह थी, राजस्थान के ऊपर लगातार बन रहे ऊपरी हवा के चक्रवात। इन्हीं के चलते गर्म हवा छत्तीसगढ़ नहीं आ पा रही थी। अगर फिर से ऐसा कोई चक्रवात राजस्थान के ऊपर बनता है तो मौसम बिगड़ सकता है।

1 से अप्रैल 20 अप्रैल तक बनते रहे सिस्टम-

मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक 1 से 20 अप्रैल तक लगातार सिस्टम आते रहे, हवा-पानी बरसाते रहे और गुजरते रहे। इस दौरान चार ऊपरी हवा के चक्रवात से लेकर तीन द्रोणिका, दो पश्चिमी विक्षोभ का असर प्रदेश में रहा। इन चलते लगातार मौसम में बदलाव होता रहा। शाम को तेज हवा, बूंदाबांदी, ओला वृष्टि के साथ-साथ कई क्षेत्रों में काफी अधिक बारिश रिकॉर्ड भी की गई।

2012 से अब तक अधिकतम तापमान का रिकॉर्ड-

2012- 41.9

2013- 42.3

2014- 42.7

2015- 42.0

2016- 44.0 (21 अप्रैल)

2017- 44.2 (19 अप्रैल)

2018- 43.0 (30 अप्रैल)

2019- 41.8 (10 अप्रैल, अभी सात दिन शेष हैं।)

शहरों का तापमान-

रायपुर अधिकतम 40.8 (0.7 डिग्री बढ़ोत्तरी) डिग्री, बिलासपुर 41.6, पेंड्रारोड 39.3, अंबिकापुर 37.9, जगदलपुर 37.5, दुर्ग 41.6, राजनांदगांव 41.0। प्रदेश के सभी शहरों का तापमान बढ़ा है,बढ़ेगा भी।

इस महीने एक के बाद एक काफी सिस्टम बनाए आए, इसके चलते तापमान में ज्यादा वृद्धि नहीं हुई। हालांकि, मंगलवार से तापमान बढ़ा है। राजस्थान के रास्ते गर्म हवा आनी शुरू हुई है। तापमान अभी बढ़ेगा । – पोषण लाल देवांगन, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानी, लालपुर मौसम विज्ञान केंद्र

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