आठ बड़ी वारदातों में शामिल, 5 लाख इनामी महिला नक्सली ने किया सरेंडर
राजनांदगांव
दुर्ग रेंज के आईजी हिमांशु गुप्ता और डीआईजी रतन लाल डांगी के समक्ष शनिवार को नागपुर में रहकर शहरों में काम करने वाली 5 लाख रुपए की इनामी महिला नक्सली सरिता उर्फ सुशीला उर्फ रेखा मंडावी ने सरेंडर किया। यह महिला एमएमसी जोन इंचार्ज दीपक उर्फ मिलिन्द तेलतुम्बड़े के नेतृत्व में काम करती थी। आईजी ने महिला को 10 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि सौंपी।
शहरी नेटवर्क के लिए करती थी काम
पुलिस के अनुसार सरिता छत्तीसगढ़ सरकार की आत्मसमर्पण एंव पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर वापिस मुख्य धारा में जुडऩा चाहती है। सरिता 2011 से नक्सल संगठन में शामिल होकर काम कर रही थी। 8 बड़ी नक्सल वारदातों में शामिल रह चुकी है। सरेंडर नक्सली ने ज्यादातर वक्त नागपुर शहर में नक्सलियों के नेटवर्क को मजबूत करते हुए बीताया है। वहीं जंगलों में मूवमेंट के दौरान सरिता अपने साथ कार्बाइन राइफल रखती थी।
बरामद किया डंप सामान
गातापार थाना क्षेत्र के भावे के जंगल से पुलिस ने शनिवार को बड़ी मात्रा में नक्सलियों का डम्प बरामद किया है। आत्मसमर्पित नक्सली कुमारसाय और पहाड़ सिंह की निशानदेही पर भावे जंगल से 500-500 लीटर के सिंटेक्स टैंक में छुपाकर रखे गए 10 किलो के 7 कूकर, पांच किलो के आठ कूकर, 15 किलो का स्टील डिब्बा, वॉकी टॉकी, रिकॉर्डर, रिमोट बनाने का किट शामिल है।
बरामद सामान में बैटरी, इलेक्ट्रिक वायर, नक्सली वर्दी, सिविल कपडा़, राशन के समान सहित बडी़ संख्या में सामान बरामद किया है। डीआईजी रतन लाल डांगी ने सर्चिंग पर निकले जवानों को बधाई देते हुए इसे नक्सली मोर्चे पर बड़ी कामयाबी बताया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में नक्सल गतिविधियों को देखते हुए आगे भी गहन सर्चिंग अभियान चलाया जाएगा।