आज खतरे में हैं धर्म निरपेक्षता – भूपेश

रायपुर
पंडित नेहरु की पुण्यतिथि के मौके पर सोमवार को आयोजित व्याख्यान माला में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि नेहरु जी रूढिवादिता के खिलाफ थे। हिंदू और मुस्लिम कट्टरता भारत व पाकिस्तान दोनो देश के लिए नुकसानदायक, सावरकर ने देश को बाँटने का बीजारोपण किया। जो राष्ट्रवाद की बात करते हैं उनमें मन भी राष्ट्रवाद होना चाहिए।

कांग्रेस भवन में पीसीसी की ओर से आयोजित व्याख्यान माला में बोलते हुए श्री बघेल ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू की 27 मई 1964 को दिल का दौरा पड?े से मृत्यु हो गई थी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने नेहरू की प्रसिद्ध किताब भारत की खोज के बारे में भी अपने विचार रखे। बघेल ने कहा कि नेहरु एक गौरवशाली देश की कल्पना कर रहे थे और वे दकियानूसी विचारों के खिलाफ थे। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन्ना ने देश का बंटवारा किया और हिंदू- मुस्लिम का बीजारोपण विनायक दामोदरदास सावरकर ने किया था। बघेल ने कहा कि कट्टरता समाज और देश के लिए नुकसानदायक है। नेहरु रूढ़िवादिता के खिलाफ थे। इस विचार गोष्ठी में कई विचारक और साहित्यकार, पत्रकार मौजूद रहे। नेहरु के दौर में मीडिया को पूरी स्वतंत्रता थी,भूपेश बघेल ने उस समय के दौर की बातों को याद किया। उस समय सवाल पूछे जाते थे और सवालों का जबाव भी मिलता था। आज प्रधानमंत्री प्रेस वार्ता करते हैं और जवाब देते समय दायें बाएं देखते हैं। सवालों से भागते हैं। आज धर्मनिरपेक्षता खतरे में है। इस दौरान विचारक व लेखक पुरूषोत्तम अग्रवाल ने भी अपने विचार रखे। गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू,आबकारी मंत्री कवासी लखमा,राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल सहित प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी काफी संख्या में उपस्थित थे। 

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