अरविंद केजरीवाल को थप्पड़ मारने वाला निकला AAP समर्थक, पत्नी का इंकार
नई दिल्ली
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को थप्पड़ मारने वाले शख्स की पहचान हो गई है. बताया जा रहा है कि शख्स का नाम सुरेश है, जिसकी उम्र 33 साल है. सुरेश कैलाश पार्क का रहने वाला है और स्पेयर पार्ट का काम करता है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, आरोपी सुरेश ने पूछताछ में बताया है कि वो आम आदमी पार्टी का सर्पोटर है.
हालांकि, इस बीच आजतक ने आरोपी सुरेश की पत्नी से बात की है, जिनका कहना है कि उनके पति का किसी राजनीतिक पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है. पत्नी ममता का कहना है कि सुरेश काफी समय से केजरीवाल से नाराज था. वो घर से कुछ कह कर नहीं निकला था. लोकल विधायक कुछ दिन पहले उसके पास आए थे और उन्होंने (विधायक) मोदी जी के बारे में उल्टा सीधा बोला, जिसको लेकर भी वो काफी नाराज था.
डीसीपी वेस्ट डिस्ट्रिक मोनिका भारद्वाज ने बताया कि उसे हिरासत में लेकर थाने ले आया गया है. बाकी अभी पूछताछ की जा रही है और कुछ देर में यह पता चल जाएगा कि उसने ऐसी हरकत क्यों की है.
बता दें, अरविंद केजरीवाल शनिवार को नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के मोती नगर विधानसभा में चुनाव प्रचार कर रहे थे. रोड शो के दौरान सुरेश अचानक केजरीवाल की जीप की बोनट पर चढ़ा और उसने थप्पड़ मार दिया. इसके बाद समर्थकों ने उसे पकड़ लिया. समर्थकों ने उसकी पिटाई भी की. बाद में पुलिस ने उसे हिरासत में लिया.
आम आदमी पार्टी का कहना है कि यह अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा में बड़ी चूक है. हम इस कायराना हमले की निंदा करता हैं. विपक्षी पार्टी की इस हरकत से हमारी पार्टी डरने वाली नहीं है और हम लोगों के लिए काम करते रहेंगे. वहीं, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि क्या मोदी और अमित शाह अब केजरीवाल की हत्या करवाना चाहते हैं?
मनीष सिसोदिया ने अपने ट्वीट में लिखा, '5 साल सारी ताक़त लगाकर जिसका मनोबल नहीं तोड़ सके, चुनाव में नहीं हरा सके..अब उसे रास्ते से इस तरह हटाना चाहते हो कायरो! ये केजरीवाल ही तुम्हारा काल है.'
दिल्ली के मुख्यमंत्री की सुरक्षा मोदी सरकार के अधीन है लेकिन @ArvindKejriwal का जीवन सबसे असुरक्षित है बार बार हमला और फिर पुलिस का रोना क्या साज़िश है इसके पीछे? हिम्मत है तो सामने आकर वार करो दूसरों को हथियार बनाकर नही।
वहीं, आप नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा, 'दिल्ली के मुख्यमंत्री की सुरक्षा मोदी सरकार के अधीन है लेकिन उनका जीवन सबसे असुरक्षित है बार बार हमला और फिर पुलिस का रोना क्या साज़िश है इसके पीछे? हिम्मत है तो सामने आकर वार करो दूसरों को हथियार बनाकर नहीं.'