अयोध्या में ऐसे गुजरा पूरा दिन, राम मंदिर पर आया सबसे बड़ा फैसला
अयोध्या
राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद शनिवार को अयोध्या में रोजमर्रा की तरह कामकाज दिखाई दिया. श्रद्धालु मंदिरों में दर्शन करते और सरयू नदी में डुबकी लगाते हुए दिखे. हालांकि आम दिनों के मुकाबले अयोध्या के आसपास और शहर में सुरक्षा के बंदोबस्त कुछ ज्यादा थे, लेकिन आम आदमी को ज्यादा परेशानी नहीं थी. इतना जरूर है कि सबकी नजरें सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर थीं. जैसे ही सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आया सभी ने इसका स्वागत किया.
आजतक ने लक्ष्मण किला में मौजूद अयोध्या के कुछ महंतों, साधु-संतों और देश भर से आए श्रद्धालुओं से सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर राय जानी. लक्ष्मण किला के महंत का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला बहुत अच्छा है. हम इसका स्वागत करते हैं. सभी लोग इसका स्वागत करते हैं. सबसे बड़ी बात है कि सब ने शांति और सौहार्द से इस फैसले को स्वीकार किया है.
वहीं दशरथ महल के महंत का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से यह विवाद सदा के लिए खत्म हो गया. सभी पक्ष चाहते थे कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत हो और सब ने स्वागत किया है. अब अयोध्या में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या काफी बढ़ेगी.
बिहार के दरभंगा से आए एक परिवार का मानना है कि अब अयोध्या में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद विकास होगा. पर्यटन बढ़ेगा और देशभर के लोग और ज्यादा तादाद में राम मंदिर के दर्शन करने आएंगे. यह अपने आप में ऐतिहासिक फैसला है. सभी लोग इसे स्वीकार करते हैं.
इसी प्रकार की प्रतिक्रिया शहर के बाकी दुकानदारों और यहां के वासियों की भी थी. सबका कहना था कि अयोध्या में सभी जाति सभी धर्म के लोग सद्भाव से रहते हैं. अयोध्या में हालांकि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. अर्ध सैनिक बलों के 4000 जवान तैनात थे. यूपी पुलिस के जवान भी तैनात थे. जगह-जगह पर नाकाबंदी की गई थी. इसके बावजूद भी लोगों को खास परेशानी नहीं हुई. अयोध्या में दोपहर होते-होते दुकानें भी खुलने लगी थीं.