अयोध्या के मांझा बरहटा में ही लगेगी भगवान श्रीराम की सबसे ऊंची प्रतिमा, भूमि की तलाश पूरी  

 अयोध्या 
अयोध्या के मांझा बरहटा में ही विश्व की सबसे ऊंची भगवान राम की प्रतिमा लगेगी। इसके लिए भूमि की तलाश पूरी हो गई है और बीते 23 जनवरी, 2020 को मांझा बरहटा में करीब  80 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना जिलाधिकारी कार्यालय से जारी कर दी गई है।

इस अधिसूचना के संदर्भ में मांगी गयी आपत्तियों के निस्तारण की कार्यवाही भू-अभिलेख अधिकारी कार्यालय में शुरू हो गयी है। सहायक अभिलेख अधिकारी (एआरओ) भान सिंह ने बताया कि लाकडाउन के कारण आई आपत्तियां निस्तारित नहीं की जा सकी थी। उन्होंने बताया कि अब निस्तारण शुरू कर दिया गया है और कुछ मामलों का निस्तारण हो भी चुका है। इस मामले में सैकड़ों की संख्या में आपत्तियां आई हैं जिनमें अभिलेखीय साक्ष्य के आधार पर निस्तारण हो रहा है।

इसी संदर्भ में सबसे पहले मीरापुर द्वाबा क्षेत्र में जून 2019 में भी करीब 37 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना जारी हुई थी और आपत्तियां भी दाखिल हुई। इस बीच इस क्षेत्र के 65 काश्तकारों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में याचिका प्रस्तुत कर दी। हाईकोर्ट ने इस याचिका की सुनवाई करते हुए 'दि राइट टू फेयर कम्पनशेसन एण्ड ट्रांसपरेंसी इन लैण्ड एक्यूजीशन, रिहैबलिटेशन एण्ड रिसेटिलमेंट एक्ट 2013'  के अनुपालन का आदेश दिया था। यही आदेश मांझा बरहटा के काश्तकारों के संदर्भ में कोर्ट ने 28 जनवरी 2020 में भी दिया था।

क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद यादव का कहना है कि फिलहाल अभी मामला मांझा बरहटा का ही है और करीब-करीब स्थान भी फाइनल है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में करीब 80 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण की कार्यवाही प्रस्तावित है। आपसी बातचीत से भू-अर्जन के लिए प्रदेश सरकार की ओर से एक सौ करोड़ का धनावंटन भी किया जा चुका है जो कि भूमि अध्याप्ति अधिकारी (एसएलओ) के खाते में हस्तान्तरित कर दिया गया है। 
 

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