अमरनाथा यात्रा: ग्लेशियर के पास गिर रहे थे पत्थर, श्रद्धालुओं के लिए ढाल बने ITBP जवान

श्रीनगर
अमरनाथ यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं के लिए इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) के जवान सुरक्षा के साथ-साथ मुश्किल वक्त में मददगार की भूमिका भी निभा रहे हैं। जहां एक ओर वह बहुत से श्रद्धालुओं को तबीयत खराब होने पर तत्काल सहायता पहुंचा रहे हैं, वहीं अमरनाथ यात्रा के रूट में किसी भी मुसीबत से बचाने के लिए चट्टान की तरह ढाल बनकर खड़े नजर आ रहे हैं।
आईटीबीपी के जवानों को बालटाल के रास्ते बाबा बर्फानी की यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए खास जिम्मेदारी मिली है। बालटाल रूट पर तैनात जवानों की मुस्तैदी की एक तस्वीर सामने आई है। इस रास्ते पर संगम के पास एक ग्लेशियर क्षेत्र में आईटीबीपी जवानों ने श्रद्धालुओं को गिरते हुए पत्थरों की चपेट में आने से बचाया। उन्होंने अपनी शील्ड (कवच) का इस्तेमाल करते हुए इस दौरान अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा की।

श्रद्धालुओं को दी ऑक्सिजन
इस बीच आईटीबीपी जवानों ने 12 हजार फीट की ऊंचाई पर सांस लेने में दिक्कत के बाद 25 श्रद्धालुओं की मदद की। जवानों ने उन्हें तुरंत ऑक्सिजन मुहैया कराई। इससे पहले बुधवार को 4,600 से अधिक श्रद्धालु जम्मू से रवाना हुए। यात्रा में चढ़ाई के दौरान 15 यात्रियों को सांस लेने में समस्या होने लगी। उनकी हालत को देखते हुए वहां आईटीबीपी के जवानों ने यात्रियों की मदद की। उन्हें तत्काल ऑक्सिजन लगाया गया। समस्या को देखते हुए यात्रियों को बीच में ही कैंपों में रोक लिया गया।

जवानों को मिली है मेडिकल ट्रेनिंग
श्रद्धालुओं की मदद के लिए आईटीबीपी ने अमरनाथ यात्रा मार्ग पर बालटाल बेस कैंप से लेकर पवित्र गुफा तक पांच हजार से ज्यादा जवानों को तैनात किया है। इस बार जवानों को बेसिक पैरा मेडिकल की ट्रेनिंग दी गई है ताकि वे जरूरत पड़ने पर यात्रियों की मदद कर सकें। आईटीबीपी जवानों को मेडिकल किट और ऑक्सिजन सिलिंडर भी दिया गया है।

अब तक 33 हजार से ज्यादा ने किए दर्शन
अमरनाथ यात्रा के तीसरे दिन बुधवार को करीब 14 हजार श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा में दर्शन किए। चिकित्सा कारणों से चार श्रद्धालुओं को विमान से पहुंचाया गया। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के एक प्रवक्ता ने बताया, 'बुधवार को 13835 यात्रियों ने पवित्र गुफा के दर्शन किए। अब तक 33,694 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।'

उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर के राज्यपाल और एसएएसबी के अध्यक्ष सत्यपाल मलिक ने चिकित्सा उपचार के लिए ठहराव वाले विभिन्न स्थानों से चार श्रद्धालुओं को विमान से भेजा। उन्होंने बताया, 'एक श्रद्धालु को पंजतरणी से विमान से निकाला गया और उपचार के लिए मेडिकल हॉस्पिटल पहलगाम भेजा गया । जबकि, तीन अन्य को शेषनाग से विमान से निकाला गया।' प्रवक्ता ने बताया कि राज्यपाल ने अधिकारियों को बीमार श्रद्धालुओं को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।

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