अब स्मार्ट फोन पर सदन में हंगामा, विधानसभा स्थगित
भोपाल
विधानसभा में आज लगातार दूसरे दिन प्रश्नकाल हंगामे की भेंट चढ़ गया। स्मार्ट फोन वितरण में देरी को लेकर मंत्री द्वारा दिए गए जवाब से असंतुष्ट भाजपा विधायकों ने सदन में जमकर हंगामा किया। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव में तीखी नोक झोंक हुई। इसके बाद सदन प्रश्नकाल तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
विद्यार्थियों को दिए जाने वाले स्मार्टफोन को लेकर सदन में उस समय हंंगामे की स्थिति बन गई जब उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने इस योजना को राजनीतिक लाभ लेने के लिए शुरू करना बताया। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने इस पर आपत्ति करते हुए कि मंत्री यह बताएं कि योजना चालू है या बंद कर दी गई। मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि मैं पूरा जवाब दूंगा, हां या नहीं में उत्तर नहीं दे सकता। इसको लेकर कांग्रेस और भाजपा विधायकों के शोर शराबा शुरू कर दिया। गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा इस बात पर अड़ गए कि मंत्री हां या ना में बताएं कि योजना चालू है या बंद कर दी गई जबकि अध्यक्ष मंत्री को जवाब के लिए बाध्य करने की बात पर सहमत नहीं थे। इसे लेकर अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष में भी नोक झोंक हो गई और पक्ष-विपक्ष के सदस्य जमकर शोर करते रहे। इसके चलते पहले पांच मिनट और फिर बाद में हंगामा बढ़ता देख 12 बजे तक सदन स्थगित कर दिया गया।
दरअसल विधायक चैतन्य कुमार काश्यप ने यह सवाल किया था कि रतलाम जिले में वर्ष 2017 से अब तक तीन सालों में स्मार्ट फोन का वितरण नहीं हो रहा है? यह फोन कब तक वितरित हो पाएंगे। इसके लिए क्या प्राचार्यों को निर्देश दिए गए हैं? काश्यप ने यह भी स्मार्ट फोन की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए। जवाब में उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि यह योजना राजनीतिक लाभ लेने के लिए शुरू की गई थी। इस योजना में तीन साल से स्मार्ट फोन का वितरण नहीं हो पाया है। इसमें गड़बड़ी पाए जाने पर एक नई योजना कांग्रेस सरकार जल्द लाने जा रही है जिसकी समय सीमा नहीं बताई जा सकती क्योंकि यह सीएम के क्षेत्राधिकार का मामला है।