अब रात में भी देख सकेंगे हुमायूं का मकबरा

नई दिल्ली
हुमायूं और सफदरजंग के मकबरे को रात 9 बजे तक लोग देख सकेंगे। अब तक इन स्मारकों को सुबह से शाम तक ही लोग देख सकते थे। जल्द ही इसकी व्यवस्था कर दी जाएगी। दिल्ली में इकलौती कुतुबमीनार ही है, जिसे अभी पर्यटक सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक देख सकते हैं। इस फैसले के साथ ही दिल्ली की दो यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट का दीदार लोग रात में भी कर सकेंगे। संस्कृति मंत्रालय ने इन दो इमारतों के साथ ही देश की 8 और ऐतहासिक इमारतों को रात 9 बजे तक खोलने का फैसला किया है।

एएसआई संरक्षित इमारतों में सुबह से शाम तक ही लोगों को एंट्री मिलती है। मगर, जल्द ही हुमायूं और सफदरजंग के मकबरे को रात में देखने की शुरुआत हो जाएगी। पहले फेज के तहत दिल्ली के इन दो इमारतों को रात 9 बजे तक खोले रखने का फैसला किया गया है। दूसरे चरण में कई और ऐतिहासिक इमारतों को भी लोग रात में भी देख सकेंगे। इनमें लाल किला और पुराना किला शामिल हैं। कुतुबमीनार को पहले से रात में भी लोग देखते आ रहे हैं।

हाल ही में लाल किला, पुराना किला, हुमायूं का मकबरा और सफदरजंग के मकबरे को एलईडी लाइट्स से रोशन किया गया है। लाल किला, पुराना किला और सफदरजंग के मकबरे को एनबीसीसी की मदद से रोशन किया गया है। सफदरजंग के मकबरे में लाइटिंग की शुरुआत केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने की थी। इस मकबरे में करीब 213 एलईडी लाइट्स लगी हैं। हुमायूं के मकबरे के गुंबद को एलईडी लाइट से रोशन किया गया है।

ऐतिहासिक इमारतों को रात तक खोलने का फैसला लोगों की सहूलियत के लिए किया गया है। इससे लोग पहले से ज्यादा देर तक ऐतिहासिक इमारतों की खूबसूरती को निहार सकेंगे। दिल्ली की इन दो इमारतों के अलावा केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने 8 और इमारतों को रात 9 बजे तक खोलने की घोषणा की। इनमें भुवनेश्वर का राजरानी मंदिर कॉम्प्लेक्स, खजुराहो का दूल्हा देव मंदिर, कुरुक्षेत्र का शेख चिल्ली का मकबरा, गुजरात में मौजूद रानी की वाव, वाराणसी का मानमहल, कर्नाटक के विजयपुरा का गोल गुंबद आदि शामिल हैं।

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