अपर लिप्स के बाल हटाने के लिए क्या है बेहतर, वैक्सिंग या थ्रेडिंग?

अपर लिप्स यानी होंठ के ऊपर के बाल लड़कियों के लिए खासतौर पर परेशानी का कारण होते हैं। लुक्स को प्रभावित करने वाले इन बालों को हटाने के लिए आमतौर पर वैक्सिंक या फिर थ्रेडिंग का सहारा लिया जाता है। लेकिन इन दोनों में से अपर लिप्स हेयर रिमूव करने का बेहतर तरीका कौन सा है, चलिए जानते हैं।

थ्रेडिंग
थ्रडिंग में धागे की मदद से बालों को स्किन से पुल किया जाता है। थ्रेडिंग के दौरान अपर लिप्स के छोटे-छोटे हिस्से को कवर करते हुए बाल हटाए जाते हैं। इस दौरान स्किन को टाइट रखना होता है।

फायदे और नुकसान
– थ्रेडिंग से स्किन की ऊपरी लेयर को नुकसान नहीं पहुंचता।
– इससे इनग्रोन हेयर की समस्या भी नहीं होती है।
– थ्रेडिंग की प्रोसेस दर्दभरी हो सकती है।
– स्किन को टाइट न रखने पर कट भी लग सकता है, जिसे ठीक होने में समय लगता है।

वैक्सिंग
चेहरे का वैक्स दूसरे भागों के वैक्स से अलग होता है। फेस वैक्स को गर्म कर अपर लिप्स पर लगाया जाता है। इसके बाद स्ट्रिप की मदद से एक बार में ही बालों को हटा दिया जाता है।

फायदे और नुकसान
– वैक्स अगर ज्यादा गर्म हो तो स्किन बर्न हो सकता है।
– वैक्सिंग से स्किन की ऊपरी लेयर भी स्ट्रिप के साथ निकलती है जिससे त्वचा डैमेज होती है।
– अपर लिप्स की स्किन बहुत ज्यादा सेंसिटिव होती है, यही वजह है कि वैक्सिंग के कारण त्वचा काली हो सकती है।
– बार-बार वैक्सिंग से होंठ के पास की त्वचा ढीली होने लगती है, जिससे झुर्रियां होने के चांस बढ़ जाते हैं।

निष्कर्ष
फायदे और नुकसानों को देखा जाए तो थ्रेडिंग भले ही वैक्सिंग के मुकाबले स्लो प्रोसेस हो लेकिन इससे स्किन को कम डैमेज होता है, साथ ही में इसका खर्च भी कम होता है। यही वजह है कि अपर लिप्स हेयर रिमूवल के लिए थ्रेडिंग ज्यादा बेहतर ऑप्शन है।

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