मुंबई: चलती लोकल में चढ़ने से रोकेगी ब्लू लाइट

 मुंबई
चलती लोकल ट्रेन में चढ़ना हर साल अनेक यात्रियों के लिए जानलेवा साबित होता है। हर स्टेशन पर लोग अक्सर ऐसे यात्रियों को यह कहकर सचेत भी करते हैं, 'चलती लोकल में मत चढ़ भाई।' स्पीड पकड़ चुकी लोकल में चढ़ने को लेकर खतरे की घंटी रेलवे को अब सुनाई दी है। इस खतरे को टालने के लिए मध्य रेलवे ने लोकल ट्रेन के गेट के ऊपर एक ब्लू लाइट लगाई है। लोकल चलने से ठीक पहले यह लाइट इस तरह जलेगी कि यात्रियों को तो दिखाई देगी ही, प्लैटफॉर्म पर भी लेजर लाइट की तरह दिखेगी। यह रेलवे का अलर्ट होगा कि अब ट्रेन में नहीं चढ़ना है।

पायलट प्रॉजेक्ट
अभी यह रेलवे का पायलट प्रॉजेक्ट है। परीक्षण में सफल होने के बाद रेलवे इसे पूरी तरह से लागू करेगी। फिलहाल मध्य रेलवे ने एक रेक के एक ही कोच में ब्लू अलर्ट दिया है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुनील उदासी ने बताया, 'यदि इस कदम से एक भी शख्स की जान बचती है, तो योजना को सफल माना जाएगा। भविष्य में और ट्रेनों में ब्लू लाइट लगाई जाएगी।' जानकारों की राय में जानलेवा खतरे को टालने का यह तरीका अच्छा है।

ट्विटर पर हिट
मुंबई लोकल में जान बचाने के इस नए तरीके को बड़ा उपाय माना जा रहा। हालांकि अभी यह लाइट एक ही कोच में लगी है, लेकिन इसकी सूचना देने वाला रेल मंत्री पीयूष गोयल का ट्वीट हिट हो गया है। उन्होंने इस ब्लू लाइट का विडियो ट्विटर पर पोस्ट किया। इसे खबर लिखे जाने तक एक लाख से ज्यादा लोगों ने देख लिया। हजारों बार यह री-ट्वीट भी किया गया।

मंत्री ने अपने ट्ववीट में लिखा, 'सेफ्टी पहले: मुम्बई में ट्रेन में चढ़ते यात्रियों के लिए कोच के गेट पर नीले रंग की लाइट लगाई जा रही है, जो यात्रियों को गाइड करेगी कि ट्रेन स्टार्ट हो गयी है, इससे अंत समय मे ट्रेन में चढ़ने से होने वाली दुर्घटनाओं पर रोक लगेगी।'

10 लोग मरते हैं रोज
लोकल ट्रेनों की सेवाओं की तुलना में यात्रियों की संख्या बहुत ज्यादा होने के कारण लोकल में भारी भीड़ रहती है। मुंबई में किसी न किसी कारण से उपनगरीय रेलवे में रोज औसतन 10 लोगों की मौत होती है। चलती ट्रेन पकड़ने की आदत ने कई बार लोगों की जान ली है। ऐसे में 'ब्लू अलर्ट' एक हद तक हादसे रोकने में कारगर साबित हो सकता है। वैसे प्लैटफॉर्म और ट्रेन के बीच का गैप भी मौत का एक कारण है।

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