अपनाएं ये टिप्स दिल नहीं होगा कभी बीमार
दिल की सेहत को नुकसान पहुंचाने वाले ज्यादातर बीमारियां जानलेवा होती हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि इन बीमारियों से बचाव संभव नहीं है। अगर किसी की फैमिली हिस्ट्री में हार्ट डिजीज है तो उसे भी यह समस्या होने का खतरा तो बना रहता है लेकिन इस खतरे को कम किया जा सकता है…
आपको क्या करना होगा?
-अपने दिल को हेल्दी रखने के लिए आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि किस फूड को कितनी मात्रा में खाना है। साथ ही यह भी कि किस फूड को आप अपनी रेग्युलर डायट में शामिल कर सकते हैं और किस फूड को सप्ताह में 1 से 2 बार ही खाना चाहिए।
-इसके लिए आपको कहीं और परेशान होने की जरूरत नहीं है, इन सभी सवालों का जवाब हम आपके लिए यहां लेकर आए हैं। इनमें फूड्स से लेकर फूड की मात्रा तक सब कुछ आपको बताया जा रहा है।
क्या खाएं और कितना खाएं?
-जिस तरह हमारी डायट के लिए यह चीज महत्वपूर्ण होती है कि हम क्या खा रहे हैं, उसी तरह यह भी महत्वपूर्ण होता है कि हम कितनी मात्रा में खा रहे हैं। इसलिए खाना खाते समय हमेशा छोटी प्लेट का उपयोग करें।
-खाना बंद करने से पहले इस बात का इंतजार ना करें कि आपका पेट आपके ब्रेन को हिंट दे और आपका ब्रेन आपसे कहे कि अब बस करो, पेट में जगह नहीं बची है। बल्कि भूख से थोड़ा कम खाएं। इससे पाचन सही प्रकार से हो पाता है। और खाए हुए भोजन का पूरा पोषण हमारे शरीर को मिल पाता है।
सब्जियां और फलों का अधिक सेवन
-आपकी डायट जो भी है, वेज,नॉनवेज या वेगॉन। आप अपने फूड में अपनी पसंद की चीजों के साथ ही अधिक से अधिक मात्रा में हरी सब्जियां शामिल करें। क्योंकि इन सब्जियों में फाइबर और न्यूट्रिऐंट्स बहुत अधिक मात्रा में होते हैं। जो शरीर में फैट बढ़ने से रोकते हैं।
-फ्रूट्स हमारी डायट में जितने अधिक शामिल होते हैं, हमारा शरीर उतना मजबूत बनता है। खास बात यह है कि जो लोग नियमित रूप से फलों का सेवन करते हैं उनकी खूबसूरती प्राकृतिक रूप से बढ़ने लगती है और दिल भी मजबूत रहता है।
-फ्रूट्स अधिक खाने से हमारी क्रेविंग शांत रहती है। यानी बार-बार होनेवाला भूख का अहसास कम होता है। इससे हम अपने शरीर की जरूरत से अधिक कैलरी लेने से बच जाते हैं। इससे भी मोटापे को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। साथ ही हार्ट को मजबूती भी मिलती है।
किन फलों को कितना खाना है?
-आप मौसम के हिसाब से सब्जियों का अधिक सेवन करें। आजकल हर सब्जी हर मौसम में मार्केट में मिलती है। लेकिन इसका अर्थ यह बिल्कुल नहीं है कि सब्जी को बिना प्राकृतिक मौसम के खाना भी फायदेमंद होता है।
-इस बात को लेकर अपनी जानकारी बढ़ाएं कि आपको गर्मी या सर्दी के मौसम में क्या खाना है और क्या नहीं। गर्मी के मौसम की हम बात करते हैं क्योंकि इस समय गर्मी अपने पीक पर है। तो आप फ्रोजन सब्जियां और फल खा सकते हैं। ऐसी सब्जियों का अधिक उपयोग करें, जिन्हें स्टोर करने में सोडियम की कम से कम मात्रा का उपयोग किया गया हो।
इन चीजों को सीमित मात्रा में खाएं
-कोकोनट का सेवन सीमित मात्रा में करें। हालांकि कोकोनट वॉटर आप हर दिन पी सकते हैं।
-क्रीमी सॉस और फ्राइड ब्रेड के साथ तैयार की गई सब्जियों का सेवन सीमित मात्रा में करें।
-अलग से शुगर ऐड करके फ्रोजन किए गए फ्रूट्स का उपयोग कम से कम करें। साथ ही कैंड फ्रूट जूस, जिनमें अधिक मात्रा में शुगर का उपयोग किया गया हो, इनका सेवन बहुत ही कम करें या ना करें।
कौन-सा आटा खाना है और कौन-सा नहीं?
-गेहूं के आटे का सेवन करें। अच्छा होगा अगर उस आटे से चोकर ना निकालें। चोकर सहित आटा अधिक पौष्टिक और पेट को सही रखनेवाला होता है।
-गेहूं के अलावा आप होल ग्रेन आटे का उपयोग कर सकते हैं। लेकिन सफेद रिफाइंड आटा बिल्कुल ना खाएं।
-हम सभी को ब्रेड खाना बहुत अधिक पसंद होता है। लेकिन जितना हो सके वाइट ब्रेड से दूर रहें। ब्रेड खानी है तो होल ग्रेन ब्रेड खाएं और पास्ता या मैगी भी आटे से बनी हुई ही उपयोग में लाएं। क्योंकि मैदा हमारी आंतों को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाती है।