अनलॉक : शहर में मंदिरों के पट खुलते ही लगी लम्बी कतारे, राजभोग, बालभोग और चरणामृत के वितरण प्रतिबंध
टीकमगढ़
टीकमगढ़ में मंदिरों के पट खुल गए हैं. यहां अल सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था. मंदिरों में सोशल डिस्टेंस (और गाइड लाइन के मुताबिक दर्शन की व्यवस्था की गयी है. यहां के प्रसिद्ध कुंडेश्वर मंदिर और ओरछा के रामराजा मंदिर के बाहर सुबह से भक्तों की भीड़ लग गयी. लॉक डाउन के ढाई माह बाद आज मंदिरों के पट खुले हैं. रामराजा मंदिर में दर्शन के लिए ऑनलाइन व्यवस्था की गयी है. यहां राजभोग, बालभोग और चरणामृत के वितरण पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा.
अनलॉक के बाद ओरछा के रामराजा सरकार के दर्शन के लिए अब ऑनलाइन बुकिंग करनी होगी. यहां एक दिन में सिर्फ 200 भक्त ही रामराजा सरकार के दर्शन कर सकेंगे. यह देश का यह एक मात्र ऐसा मंदिर है जहा भगावन श्री राम को राजा के रूप में पूजा जाता है. लॉकडाउन के बाद पूरे 81 दिन बाद रामराजा सरकार अपने भक्तों को दर्शन देंगे.
देश में कोरोना संक्रमण को लेकर मंदिरों के पट बंद थे. लेकिन अब एक बार फिर धीरे धीरे सब कुछ सामान्य होता दिखाई दे रहा है. आज पट खुलने से पहले ही मंदिर के बाहर भक्तों का पहुंचना शुरू हो गया था. यहां प्रशासन और मंदिर समिति ने कोरोना की गाइड लाइन के मुताबिक दर्शन की व्यवस्था की है. रामराजा मंदिर कोरोना वारयरस के कारण 17 मार्च से भक्तों के लिए बंद था. पूजा पाठ के लिए सिर्फ मंदिर के पुजारी और स्टाफ के कर्मचारी को ही प्रवेश दिया जाता था. लेकिन अब ऐसे बार फिर पूरे 81 दिन बाद भगवान श्री रामराजा सरकार के दर्शन भक्त कर रहे हैं.
कोरोना वायरस का संक्रण ना फैले इसलिए जिला प्रशासन ने रामराजा सरकार के दर्शन के लिए नयी व्यवस्था की है. अब भक्तों को सीधे प्रवेश नहीं मिलेगा. उन्हें पहले ऑनलाइन बुकिंग करनी होगी. एक दिन में मात्र 200 भक्त ही दर्शन कर सकेंगे. सुबह 100 बजे श्रृद्धालुओं को दर्शन के लिए प्रवेश दिया जाएगा और शाम को भी 100 श्रृद्धालु दर्शन कर सकेंगे. दर्शन के समय सोशल डिस्टेंस का पालन किया जाएगा. यहा राजभोग, बालभोग और चरणामृत के वितरण पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा.