अधूरे फोरलेन पर टोल नाका लगाकर वसूली शुरू

रायपुर
 रायपुर-बिलासपुर फोरलेन का रायपुर से सरगांव तक लगभग 75 किमी हिस्सा अधूरा है। जबकि केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी कह चुके कि इसे पूरा होने में एक साल लगेगा। पर एक निर्माण कंपनी ने बिलासपुर से 30 किमी पहले सड़क पर टोल नाका लगाकर शुक्रवार से वसूली शुरू कर दी। वसूली नेशनल हाईवे की रेट लिस्ट से की जा रही है। कार-जीप के 40 रुपए और बाकी वाहनों के 240 रुपए तक वसूले गए। जहां टोल नाका है उससे 20 किमी दायरे में ग्रामीणों से भी टोल पास के रूप में हर माह 265 रुपए का रेट तय किया गया। रायपुर से जाने वाले अधूरी सड़क पर करीब 75 किमी तक परेशानी उठाएंगे और टोल भी देंगे। इस मार्ग पर रोज करीब 1.55 लाख गाड़ियां आती-जाती हैं।

पांच साल में कई ठेकेदार, फिर भी काम अधूरा
रायपुर-बिलासपुर फोरलेन का प्रोजेक्ट 2013 का है। तब एक कंपनी को टेंडर हुअा। सालभर काम करने के बाद कंपनी चली गई तो उसे ब्लैकलिस्ट करके 2015 में पूरी सड़क को तीन हिस्से में बांटकर तीन कंपनियों को नए वर्कऑर्डर जारी किए गए। तीनों कंपनियों को अप्रैल-मई 2018 तक काम पूरा करना था। काम लेट हुअा तो बिलासपुर हाईकोर्ट ने इस साल 14 अगस्त तक की डेडलाइन दी थी। वह भी पार हो चुकी है। बिलासपुर के सांसद अरुण साव ने पिछले सत्र में लोकसभा में इसी पर सवाल उठाया था। तब केंद्रीय मंत्री गडकरी ने जवाब दिया था कि ठेकेदार की दिक्कत और भू-अधिग्रहण में देरी से प्रोजेक्ट लेट है। इस बारे में सीएम भूपेश बघेल भी उनसे मिल चुके हैं, पर काम अधूरा है।

टोल को लेकर नाराजगी इसलिए

एनएचएअाई की मंजूरी के बाद रायपुर-बिलासपुर फोरलेन के भोजपुरी टोल सेंटर में वसूली शुरू की गई है। अफसरों का तर्क है तीन हिस्से में बन रही फोरलेन के जिस 32 किमी के हिस्सा में काम पूरा हो चुका, उसके ठेकेदार को वसूली की अनुमति दी है। इस सड़क को पुंज लाॅयड, एलएंडटी और दिलीप बिल्डकाॅन बना रही हैं। तीसरी कंपनी को बिलासपुर की ओर से सरगांव के पास तक सड़क बनानी थी। उसने काम पूरा कर बिलासपुर से 22 किमी पहले नाका खोल दिया। यानी लोग 114 किमी सड़क पर 45 किमी का सफर वन-वे, डायवर्सन, खराब सर्विस रोड और अधूरे पुल-पुलियों से करेंगे, पर उन्हें बिलासपुर पहुंचने से पहले टोल देना होगा। इसी तरह, बिलासपुर से राजधानी की ओर अाने वाले लोग टोल अदा करने के तुरंत बाद खराब सड़क पर सफर करेंगे।

दूसरी कंपनी भी टोल नाका बनाने की तैयारी में, फिर देने होंगे 80 रु.
रायपुर-बिलासपुर के बीच फोरलेन में अब भी अधूरे पुल और सड़कों के कारण आधा दर्जन से ज्यादा डायवर्सन हैं। लगभग 45 किमी का सफर डिवाइडर के एक ओर ही तय करना पड़ता है, क्योंकि दूसरी ओर सड़क या तो बनी नहीं या अधूरी है। एक जगह पुल का काम बाकी है। बड़ी बात ये है कि एक कंपनी ने करीब 30 किमी के लिए यह टोल नाका बनाया है और दूसरी कंपनी एक और नाका बना रही है। ऐसे में लोगों को अधूरी सड़क के लिए भी कुछ अरसे बाद लगभग 80 रुपए टोल टैक्स देना होगा।

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