अधिकारी कर्मचारी मॉडल एक्ट के खिलाफ आज से काली पट्टी बांधकर करेंगे काम

भोपाल
मध्य प्रदेश की 259 मंडियों, 298 उप मंडियों, 13 तकनीकी संभाग, 7 आंचलिक कार्यालय के साथ मंडी बोर्ड मुख्यालय के सभी अधिकारी कर्मचारी मॉडल एक्ट के खिलाफ आज से काली पट्टी बांधकर काम करेंगे. यह सभी कर्मचारी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कार्यालय के गेट पर पहले मीटिंग करेंगे और इसके बाद काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करते हुए काम करेंगे.

संयुक्त संघर्ष मोर्चा मंडी बोर्ड के संयोजक बीवी फौजदार ने बताया कि लागू होने वाले मॉडल एक्ट के खिलाफ गुरुवार को काली पट्टी बांधकर विरोध शुरू होगा. अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन में सभी अधिकारी कर्मचारी अपने अपने कार्यस्थल पर काली पट्टी बांधकर काम करेंगे. विरोध प्रदर्शन के साथ संयुक्त संघर्ष मोर्चा आगे की रणनीति तैयार करेगा और सरकार के खिलाफ आगे उग्र प्रदर्शन करेगा.

फौजदार ने बताया कि मॉडल एक्ट कृषि उपज मंडी अधिनियम 1972 के विपरीत है. अधिनियम 1972 में किसानों को दलालों, आढ़तियों के शोषण से मुक्त रहने के लिए कड़े प्रावधान के साथ बनाया गया था, जिसका उद्देश्य किसानों को उनकी कृषि उपज का उचित मूल्य दिलाना था. मॉडल एक्ट में बड़े व्यापारी, निजी कंपनी को सुविधा दी गई है. मॉडल एक्ट 2020 के अंतर्गत निजी मंडी, उपज मंडी, यार्ड के प्लेटफार्म और सीधे उपार्जन की व्यवस्था की गई है, जिससे आदिवासी क्षेत्रों में छोटे और मझोले किसानों के लिए दिक्कत होगी. इसी कारण कर्मचारी मॉडल एक्ट का विरोध कर रहे हैं. सरकार के द्वारा मांग नहीं मानने पर चरणों में तरीके से विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.

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