अंतागढ़ टेप कांड मामले में जांच शुरू, भाजपा ने कहा- मूल मुद्दे से भटक रही सरकार

रायपुर 
छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने बहुचर्चित अंतागढ़ फोन टेपकांड की जांच के आदेश दिए हैं. राजधानी रायपुर के एसपी को सरकार ने जांच अधिकारी नियुक्त किया है. एसपी रायपुर आईजी के मार्गदर्शन में जांच करेंगे. टेपकांड में जांच के आदेश के बाद सूबे की सियायस एक बार फिर गर्म हो गई है. भाजपा ने प्रदेश के कांग्रेस सरकार पर मूल मुद्दे से भटकने का आरोप लगा रही है.

भाजपा प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने मामले में प्रतिक्रिया दी है. गौरीशंकर ने कहा कि गौरीशंकर श्रीवास ने कहा कि मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एसआईटी-एसआईटी खेल रहे हैं. सरकार जनता के मुद्दों के लिए सरकार 5 साल का समय होने की बात कहती है, लेकिन एसआईटी गठन में देरी नहीं कर रही.

इस मामले में कांग्रेस की ओर से भी प्रतिक्रिया दी गई है. कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में अंतागढ़ टेप कांड की जांच की बात कही गयी थी, उसी दिशा में ये कदम बढ़ाया गया है. अंतागढ़ में लोकतंत्र की हत्या की गई थी. आरपी सिंह ने ​कहा कि इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दामाद और अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी का हाथ था.

बता दें कि साल 2014 में अंतागढ़ के तत्कालीन विधायक विक्रम उसेंडी ने लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद इस्तीफा दिया था. वहां हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने पूर्व विधायक मंतू राम पवार को प्रत्याशी बनाया था. भाजपा से भोजराम नाग खड़े हुए थे. नाम वापसी के अंतिम वक्त पर मंतूराम ने अपना नामांकन वापस ले लिया था. इससे भाजपा को एक तरह का वाकओवर मिल गया था. बाद में फिरोज सिद्दीकी नाम से एक व्यक्ति का फोन कॉल वायरल हुआ था. आरोप लगे थे कि तब कांग्रेस में रहे पूर्व सीएम अजीत जोगी के पुत्र अमित जोगी ने मंतू की नाम वापसी कराई. टेपकांड में कथित रूप से अमित जोगी और तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता के बीच हुई बातचीत बताई गई थी.

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