‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय से निराश’ इमरान UNGA में रखेंगे अपनी बात, कश्मीर मुद्दे पर कहीं नहीं मिला पाकिस्तान को समर्थन
नई दिल्ली
आखिरकार कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण करने में नाकाम हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अब UNGA में भारत के खिलाफ इसपर अपना पक्ष रखेंगे। उधर पाकिस्तान में टेरर कैंप भी दोबारा से एक्टिवेट हो गए हैं। सेना प्रमुख बिपिन रावत ने इस सप्ताह इस बात की पुष्टी की है कि पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन जैश-ए- मोहम्मद कैंप एक बार फिर से सक्रिय हो गए हैं। हालांकि, भारतीय आतंकवाद रोधी दल ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि आतंकी समूह जैश द्वारा चलाए जा रहे बालाकोट प्रशिक्षण शिविर हाल के सप्ताहों में चुपचाप फिर से खोल दिए गए। भारतीय आतंकवाद रोधी दल ने बताया कि दूसरी ओर हाफिज सईद के लश्कर-ए-तयैबा और जमात उत दावा के कैंप भी दोबारा खुल चुके है।
गौरतलब है कि इमरान खान और उनके प्रतिनिधि मंडल ने हर फोरम और बैठक में कश्मीर का मुद्दा उठाया और उसके लिए हर कोशिश की। लेकिन इमरान खान ने अमेरिका में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय से निराश हूं। उन्होंने कहा कि- अगर 80 लाख यूरोपियन या यहूदी या सिर्फ 8 अमेरिकी ही कहीं फंसे होते तो क्या वैश्विक नेताओं का रवैया ऐसा होता?
जेनेवा में यूएनएचआरसी की बैठक के दौरान भी पाक को निराशा ही हाथ लगी क्योंकि कश्मीर पर प्रस्ताव लाने के लिए पाकिस्तान को जरुरी देशों का समर्थन तक नहीं मिल पाया। इतना ही नहीं बल्कि पाकिस्तान जिस इस्लामिक कोऑपरेशन आर्गनाइजेशन का संस्थापक सदस्या है उसने भी कश्मीर के मुद्दे पर भारत का ही साथ दिया न कि पाक का।