अंतरराष्ट्रीय क्रेता-विक्रेता सम्मेलन का आयोजन, अब देसी उत्पादों को मिलेगा ग्लोबल मार्केट

रायपुर
राजधानी रायपुर (Raipur) में शुक्रवार से अंतरराष्ट्रीय क्रेता-विक्रेता सम्मेलन (International buyer-seller conference) शुरू हुआ. तीन दिवसीय इस बायर-सेलर मीट में 19 देशों के अंतरराष्ट्रीय स्तर (International Level) के 62 क्रेता और प्रदेश से करीब 120 विक्रेता हिस्सा लेंगे. इस कार्यक्रम में बहरीन, ओमान, जापान, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण अफ्रीका, नेपाल, पोलैंड, जर्मनी, बांग्लादेश, सिंगापुर सहित अन्य देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. बता दें कि ये आयोजन 22 सितंबर तक चलेगा. इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य छत्तीसगढ़ के उत्पाद, कृषि उपज, वनोपज, हैण्डलूम कोसा आदि को वैश्विक बाजार तक पहुंचाना है. अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर प्रोत्साहन व विक्रय को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार (Chhattisgarh Government) ने इस सम्मेलन का आयोजन किया है.

शुक्रवार से शुरु हुए अंतरराष्ट्रीय क्रेता-विक्रेता सम्मेलन में सीएम भूपेश बघेल भी शामिल हुए. साथ ही सूबे के कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे भी उनके साथ मौजूद थे. इस दौरान छत्तीसगढ़ उत्पाद ब्रांड के लोगो का भी विमोचन किया गया. कार्यक्रम के दौरान सीएम बघेल ने कहा कि रायपुर न सिर्फ छत्तीसगढ़ की राजधानी है, बल्कि वन औषधि कैपिटल भी है. उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोगों की कर्मठता और उनके परिश्रम का उदाहरण इसी से समझा जा सकता है कि जिस दिन से भिलाई इस्पात संयंत्र में प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने शुभारंभ किया था, तब से लेकर आज तक उत्पादन बंद नहीं हुआ है. कई एमओयू हुए हैं, इनसे छत्तीसगढ़ को लाभ होगा. ये हमारा प्रयास है. छत्तीसगढ़ में बहुत सारे उत्पाद होते हैं जिनका लाभ पूरी दुनिया उठा सके, ये हमारी कोशिश होगी.

वहीं कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने सम्मेलन के दौरान कहा कि सीएम भूपेश बघेल का प्रयास काफी सार्थक दिखने जा रहा है. सीएम की कोशिश है कि किसानों को उनके उत्पाद का सही मूल्य मिल सके. छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा के नाम से जाना जाता है. नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी का सूत्र देकर आगे बढ़ रहे हैं.

छत्तीसगढ़ के कृषि और हैंडलूम उत्पादों को बाजार दिलाने 8 एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं. कृषि उत्पादों के विपणन के लिए बांग्लादेश, ग्रीस की कंपनियों और यूरोप-इंडिया एग्रीकल्चर फोरम के साथ एमओयू हुआ है. वहीं हैंडलूम के लिए टाटा कंपनी के ब्रांड तनीरा के साथ एमओयू सरकार ने किया है.  खादी ग्रामोद्योग और टाइटन कंपनी, मंडी बोर्ड और बांग्लादेश फ्रेश फ्रूट्स इंपोटर्स एसोसिएशन, मंडी बोर्ड और ग्रीक फूड कॉरिडोर के बीच भी एमओयू हुआ है.

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