UP में 5 सीटों पर सिमट जाएगी भाजपा, अगर अखिलेश-मायावती से मिल गए राहुल गांधी: MOTN

 
नई दिल्ली      
         
2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी को जो प्रचंड जीत मिली और कांग्रेस जिस तरह 44 सीटों तक सिमट गई उसके बाद विपक्षी दलों में साफ संदेश गया कि बीजेपी को हराना किसी एक दल के बस की बात नहीं है. यहीं से महागठबंधन शब्द अस्तित्व में आया जिसकी पहली परीक्षा बिहार में हुई और आरजेडी-जेडीयू गठबंधन ने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर इसे पास भी कर लिया.

यूपी में भी विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन की कुछ कोशिशें हुईं लेकिन वो परवान नहीं चढ़ सकीं. हालांकि 2017 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी को मिले भारी बहुमत ने सपा-बसपा जैसे दलों को एक साथ आने पर मजबूर कर दिया. फूलपुर-गोरखपुर और कैराना उपचुनावों में इस गठबंधन का प्रयोग सफल रहा और अब बीजेपी के खिलाफ सपा-बसपा और आरएलडी एकसाथ आ गए हैं. कांग्रेस महागठबंधन से बाहर है. 

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