HCQ दवा पर WHO ने लगा दी थी रोक, ICMR ने कही ये बात

 

भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण को ठीक करनेऔर संक्रमण की चपेट में आने से बचे रहने के लिए मलेरिया की हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (HCQ) दवा का प्रयोग किया जा रहा है और उसके सकारात्मक परिणाम भी देखे गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए यह बात खुद बताई थी कि वह खुद कुछ दिनों से HCQ दवा का इस्तेमाल कर रहे हैं और उन्हें इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं महसूस हुआ है।

बड़ी संख्या में लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए जब बड़े स्तर पर इसके ट्रायल की बात की गई, तो WHO ने इसके नकारात्मक परिणाम होने की आशंका को जताते हुए इसके ट्रायल पर रोक लगा दी थी। वहीं, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने इसको प्रयोग करने की बारे में नए दिशा निर्देश जारी किए हैं।

हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा का इस्तेमाल मुख्य रूप से मलेरिया से ग्रसित मरीजों को ठीक करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, मौजूदा समय में कोरोना वायरस के संक्रमितों पर इस दवा का इस्तेमाल किया गया और इसके सकारात्मक परिणाम देखे गए। उसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी भारत से आग्रह किया कि वह भी इस दवा का निर्यात करना चाहते हैं। यह दवा संक्रमित मरीजों और एक्सपर्ट की निगरानी में फ्रंटलाइन वर्कर्स को दी जा रही है।

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के डायरेक्टर जनरल डॉ बलराम भार्गव के मुताबिक, मार्च में इस दवा का विट्रो ट्रायल किया गया था। विट्रो ट्रायल के दौरान यह देखा गया कि इस दवा में प्रभावी रूप से एंटीवायरल गुण मौजूद हैं, जो संक्रमण से बचाए रखने के लिए काफी हद तक सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं।

इसके साथ-साथ भार्गव ने यह भी बताया कि ऐसे अन्य और भी कई अध्ययन किए गए हैं, जिसमें इस दवा का सेवन करने के कारण किसी भी प्रकार का साइड इफेक्ट भी नहीं देखा गया है। इसलिए उनका मानना है हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा का सेवन कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्राथमिक रूप से कारगर साबित हो सकती है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी इस बारे में जानकारी दी है कि देश में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या कम है और अभी भी हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का इस्तेमाल जारी रहेगा।

इसके साथ-साथ उन्होंने इस बात पर ज्यादा जोर दिया कि यह विशेष मेडिकल देखरेख में ही प्रयोग की जानी चाहिए। फिलहाल इस बारे में अब और भी कोशिश की जा रही है ताकि इस दवा के संभावित साइड इफेक्ट को पूरी तरीके से समझा जा सके, जो फिलहाल अभी तक मौजूद नहीं है। इसकी पुष्टि होते ही हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन सेवन करने के लिए आम लोगों को भी कहा जा सके। फिलहाल बिना किसी एक्सपर्ट की सलाह लेने से पहले इस दवा का सेवन ना करें।

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