GIS टेक्नॉलजी कर रही COVID-19 से लड़ने में सरकार की मदद

कोरोना वायरस से जंग के लिए दुनियाभर में भरपूर कोशिशें की जा रही हैं। WHO जैसे स्वास्थ्य संगठन से लेकर सभी देशों की सरकारें भी इस जानलेवा वायरस को रोकने के लिए कड़े फैसले ले रही हैं। भारत में एक ऐसी टेक्नॉलजी है जो COVID-19 से लड़ने में सरकार की मदद कर रही है। इस टेक्नॉलजी का नाम है जियोग्रफिक इन्फर्मेशन सिस्टम या GIS। इस टेक्नॉलजी की मदद से एक मैप बनाया गया है जहां coronavirus के मरीजों के मामले रियलटाइम में अपडेट हो रहे हैं। NMDA (नैशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी) भी Esri की इस टेक्नॉलजी का इस्तेमाल कर रही है।

GIS टेक्नॉलजी क्या है?
GIS एक ऐसी टेक्नॉलजी है जिसका काम डेटा को इकट्ठा कर मैनेज करना व इसका विश्लेषण करना है। इसके फ्रेमवर्क के साथ लैटीट्यूड और लॉन्गीट्यूड अटैच्ड रहते हैं। यह एक कंप्यूटर बेस्ड टूल है जो अलग-अलग सोर्सों से डेटा और लोकेशन को मल्टीपल लेयर में बांटता है। यह एक वर्चुअल डैशबोर्ड बनाता है जिसमें सारी जानकारी देखी जा सकती है।

एक तरह से कहें तो GIS टेक्नॉलजी काफी हद तक Google Maps जैसी ही है। गूगल ऐप्लिकेशन भी लोकेशन डेटा को एक साथ लाकर आपको नेविगेशन से जुड़ी जानकारी देता है। GIS भी ठीक इसी तरह काम करती है।

भारत सरकार के साथ काम कर रही है GIS
GIS भारत सरकार के साथ काम कर रही है और अगस्त 2020 तक मुफ्त सेवाएं देगी। इस सॉफ्टवेयर को चलाने के लिए टूल Esri India Technologies Limited मुहैया करा रही है। यह एक अमेरिकन कपनी है जो जियो-डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम प्रोवाइड कराती है।

इस टेक्नॉलजी का सबसे जरूरी टूल ArcGIS है जो कि एक क्लाउड-बेस्ड डैशबोर्ड है। यह डैशबोर्ड सरकार को सभी अस्पतालों, कोविड-19 मामलों, क्वारंटीन सेंटर आदि की जानकारी सिस्टम में मुहैया कराता है।

GIS का क्या है फायदा?
इस टेक्नॉलजी का एक सबसे बड़ा फायदा है कि यह मोबाइल नेटवर्क पर भी काम कर सकती है। इसे 1-2 दिन में ही सेटअप किया जा सकता है। देश का हर राज्य इस टूल का इस्तेमाल कर सकता है। और क्लाउड के जरिए दूसरे राज्यों से संपर्क में रह सकता है ताकि वे अपने क्षेत्र में हो रहे उपायों के बारे में योजना बना सकें।

यानी सरकार के पास इस टेक्नॉलजी के साथ स्थिति को बेहतर जानने का विकल्प है। इस तकनीक से कोरोना वायरस के कितना मामले कहां हैं, और कितना रिस्क कहां हैं- इस तरह की जानकारियां मिलती हैं ताकि स्थिति को बेहतर संभाला जा सके।

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