ED ने ‘आप’ के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के ठिकानों पर मारे छापे
नई दिल्ली
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीमें मंगलवार को दिल्ली दंगों के सिलसिले में आम आदमी पार्टी (AAP) निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के ठिकानों सहित दिल्ली-नोएडा के कई स्थानों पर छापे मारी कर रही हैं। ताहिर हुसैन और उसके सहयोगियों को दिल्ली में साम्प्रदायिक हिंसा भड़काने की गहरी साजिश में शामिल पाया गया है। इसके साथ ही दंगों के दौरान उन पर आईबी अफसर अंकित शर्मा की हत्या करने का भी आरोप है। ईडी के अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली और नोएडा में कम से कम छह जगहों सहित कुछ अन्य स्थानों पर छापे की जा रही है। इस छापेमारी का उद्देश्य सबूत जुटाना है।
ईडी ने मार्च महीने में ताहिर हुसैन, इस्लामिक संगठन पीएफआई और कुछ अन्य के खिलाफ दिल्ली में हाल ही में हुए दंगों के लिए कथित तौर पर धन उपलब्ध कराने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में केस दर्ज किया था। अधिकारियों ने कहा कि इनके खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया गया था और उसी सिलसिले में छापे मारे जा रहे हैं। बता दें कि, हिंसा की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच इस मामले में कई आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है, जिनमें ताहिर हुसैन का नाम भी शामिल है।
दिल्ली दंगे में 53 लोगों की हुई थी मौत
गौरतलब है कि नागरिकता कानून के समर्थकों और विरोधियों के बीच संघर्ष के बाद 24 फरवरी को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, घोंडा, चांदबाग, शिव विहार, भजनपुरा, यमुना विहार इलाकों में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे। इस हिंसा में कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से अधिक लोग घायल हो गए थे। साथ ही सरकारी और निजी संपत्ति को भी काफी नुकसान पहुंचा था। उग्र भीड़ ने मकानों, दुकानों, वाहनों, एक पेट्रोल पम्प को फूंक दिया था और स्थानीय लोगों तथा पुलिस कर्मियों पर पथराव किया। इस दौरान राजस्थान के सीकर के रहने वाले दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की 24 फरवरी को गोकलपुरी में हुई हिंसा के दौरान गोली लगने से मौत हो गई थी और डीसीपी और एसीपी सहित कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल गए थे। साथ ही आईबी अफसर अंकित शर्मा की हत्या करने के बाद उनकी लाश नाले में फेंक दी गई थी।