CJI केस: आरोप लगाने वाली महिला से जांच पैनल ने 3 घंटे किए सवाल-जवाब
नई दिल्ली
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर जांच पैनल की सुनवाई जारी है. सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के इन हाउस पैनल ने चीफ जस्टिस पर आरोप लगाने वाली महिला से सवाल-जवाब किए. अदालत की ही पूर्व महिलाकर्मी ने तीन घंटे तक अपना बयान दर्ज कराया. अगली सुनवाई को लेकर आज अदालत में चर्चा होनी है.
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एस.ए. बोबडे, जस्टिस इंदु मल्होत्रा और जस्टिस इंदिरा बनर्जी के सामने महिला ने अपना बयान दिया. ये बयान दर्ज होने का दूसरा सत्र था, इस तरह का सत्र आगे भी जारी रह सकता है. इससे पहले वह शुक्रवार को आंतरिक समिति के सामने पेश हुई थी.
आपको बता दें कि चीफ जस्टिस रंजन गोगोई पर इस तरह के आरोप एक याचिका के जरिए लगाए गए थे, जिसके बाद से ही इस मसले पर चर्चाएं जारी हैं. शिकायतकर्ता ने करीब 22 जजों को चिट्ठी लिख इस मामले को उजागर किया था, जिसके बाद एक आंतरिक पैनल का गठन किया गया था.
समिति के गठन के वक्त इसमें न्यायमूर्ति एन.वी. रमना शामिल थे, जिन्होंने गुरुवार को शिकायतकर्ता द्वारा उनके समिति में शामिल होने पर सवाल उठाने के बाद खुद को समिति से अलग कर लिया था.
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया था. उन्होंने कहा था कि इसके पीछे कोई बड़ी ताकत हो सकती है जो सीजेआई के कार्यालय को निष्क्रिय करना चाहते हैं, लेकिन न्यायपालिका को बलि का बकरा नहीं बनाया जा सकता.
बता दें कि इस मामले में जो अभी तक सुनवाई के दौरान सबूत पेश किए गए हैं, उन सबूतों की सत्यता की जांच के लिए भी पैनल का गठन किया गया है. इस पैनल में जस्टिस पटनायक शामिल हैं, जो हलफनामे और सबूतों की जांच करेंगे. इस पैनल में सीबीआई, आईबी और दिल्ली पुलिस के अफसर भी रहेंगे.