BJP-RSS को इसका स्वागत करना चाहिए: CM अशोक गहलोत

नई दिल्ली 
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा डॉ फिरोज खान को संस्कृत का शिक्षक बनाए जाने का विरोध होने पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मैं यूपी चीफ मिनिस्टर और डिप्टी सीएम के संपर्क में हूं। बीएचयू में डॉ फिरोज खान द्वारा संस्कृत पढ़ाने को लेकर जो इश्यू बना हुआ है वह जल्द ही समाप्त किया जाना चाहिए, यूपी चीफ मिनिस्टर और डिप्टी सीएम को इस पर इंटरवीन करना चाहिए। आपको बता दें कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने कहा कि सरकार के ढिलमुल रवैये के चलते मामले को बेवजह राजनीतिक तूल दिया जा रहा है जिसमें अविलंब रोक की जरूरत है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मुस्लिम समुदाय का व्यक्ति संस्कृत में स्कॉलर बना है तो ऐसे में बीजेपी और आरएसएस सबको इसका स्वागत करना चाहिए था, हिन्दू समाज के लिए गर्व की बात होनी चाहिए थी। बनारस तो गंगा-जमुनी संस्कृति का ध्वजवाहक माना गया है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में हिन्दू भी जाने-माने शायर हुए हैं, जब एक-दूसरे के धर्म में इस प्रकार से रूचि रखते हैं, एक्सपर्टाइज करते हैं तो ऐसे में तो दायरा व्यापक हो जाता है, हम सर्वधर्म समभाव की बात करते हैं इससे हमारे समाज में सर्वधर्म का ताना-बाना मजबूत होता है और यह देशहित में है।

गौरतलब है कि बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में छात्रों का एक गुट संस्कृत पढ़ाने के लिए एक मुस्लिम शिक्षक की नियुक्ति के खिलाफ आंदलोन कर रहा है। छात्रों का कहना है कि उन्हें उनके धर्म और संस्कृति की शिक्षा सिर्फ एक'आर्य'ही दे सकता है।

उधर, बीएचयू ने एक बयान जारी कर कहा है कि विश्वविद्यालय में कुलपति की अध्यक्षता में चयन समिति ने डा फिरोज खान की नियुक्ति की थी। चयन समिति के सदस्यों में विषय विशेषज्ञों के अलावा विजिटर नॉमिनी, संकाय प्रमुख, विभागाध्यक्ष और ओबीसी पर्यवेक्षक भी मौजूद थे।

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