BJP से टिकट कटने से नाराज सांसदों को लपकने के लिए तैयार हैं विपक्षी दल

 
लखनऊ

भारतीय जनता पार्टी द्वारा अभी तक उत्तर प्रदेश के 12 सांसदों के टिकट काटे जाने के बाद विपक्षी दल इन नाराज सांसदों का लाभ उठाने का कोई मौका नही छोड़ रहे हैं।  80 लोकसभा सीटों में से भाजपा अभी तक 61 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है और इनमें से पार्टी ने 12 सांसदों को टिकट देने से मना कर दिया है जबकि इनमें से दो सांसदों ने पहले ही पार्टी से किनारा कर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का दामन थाम लिया है।

इलाहाबाद से भाजपा के सांसद श्यामा चरण गुप्ता ने सपा का दामन थाम लिया और पार्टी ने उन्हें बांदा से अपना उम्मीदवार भी घोषित कर दिया। इस प्रकार बहराइच की भाजपा सांसद सावित्री बाई फूले ने कांग्रेस का झंडा थाम लिया और उन्हें पार्टी ने बहराइच से ही प्रत्याशी भी घोषित कर दिया। हरदोई से भाजपा के सांसद अंशुल वर्मा समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। इन्हें भी भाजपा ने टिकट नहीं दिया था। वर्मा ने आरोप लगाया कि भाजपा दलित विरोधी है। अंशुल ने सपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद कहा‘‘मैं सपा में बिना शर्त शामिल हो रहा हूं।‘‘सपा इनका इस्तेमाल चुनाव में विशेषकर हरदोई सीट पर दलित मतदाताओं को रिझाने में करेगी।  भाजपा से टिकट कट जाने वाले सांसदो को सपा में प्राथमिकता दिए जाने के सवाल पर सपा के विधानपरिषद सदस्य राजपाल कश्यप ने कहा कि‘‘यह लोग पिछले पांच वर्ष से जमीनी राजनीति कर रहे थे । यह लोग मतदाताओं को भाजपा के दावों और वायदों के बारे में अच्छी तरह से बता सकते हैं और पार्टी की पोल खोल सकते हैं।‘‘ 

उन्होंने कहा कि‘‘हमारा बसपा और रालोद के साथ गठबंधन बहुत मजबूत है इसीलिए अन्य दलों के नेता हमारे साथ जुड़ रहे है और विश्वास जता रहे है।‘‘  बलिया से भाजपा सांसद भारत सिंह जिनका टिकट भी इस बार कट गया है उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता के नाम एक खुला पत्र लिखा और उसमें खुद को‘बलिया का चौकीदार’घोषित किया। उन्होंने कहा कि‘‘आखिर मेरी गलती क्या है? क्यों मुझे टिकट नहीं दिया गया? मैने हमेशा अपने क्षेत्र के मुददे उठायें और समस्याओं को दूर किया। जिस प्रत्याशी को बलिया से टिकट दिया गया है उसका यहां के लोगों से कोई संपर्क नहीं है।‘’ हालांकि उन्होंने यह खुलासा नहीं किया कि वह भविष्य में उनका क्या रूख रहेगा। इनके अलावा जिन प्रमुख सांसदों के टिकट भाजपा ने काटे उनमें फतेहपुर सीकरी के चौधरी बाबू लाल, कुशीगनर के राजेश पांडेय, कानपुर से मुरली मनोहर जोशी, बाराबंकी से प्रियंका रावत, शाहजहांपुर से केंद्रीय मंत्री कृष्णा राज, मिश्रिख सु से अंजू बाला, संभल से सत्यपाल सैनी और इटावा से अशोक कुमार दोहरे शामिल हैं। 

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