राजधानी में बड़े तालाब के गहरीकरण व सफाई काम शुरू, पार्षद और नेतागण नदारत
भोपाल
आज राजधानी में बड़े तालाब के गहरीकरण व सफाई के लिए निगमकर्मी और मशीनों ने भदाभदा के पास उतर कर वहां की गाद को निकालने का काम चालू किया। इस मौके पर निगम आयुक्त बी. विजय दत्ता और अपर आयुक्त कमल सोलंकी भी मौजूद थे। झील संरक्षण प्रकोष्ठ के प्रभारी सिटी इंजीनियर संतोष गुप्ता का कहना है कि बड़े तालाब की समय समय पर सफाई होती रहनी चाहिए ताकि उसका सही तरीके से संरक्षण और संवर्धन किया जा सके। इसमें आम लोगों को भी जोड़ा जाना चाहिए। पहले दिन गहरीकरण के लिए तीन जेसीबी मशीने और दो पौकलेन मशीन को लगाया गया है।
प्रेमपुरा घाट और भदभदा के पास निगम द्वारा शुरू किए गए सफाई अभियान में आज सुबह इस क्षेत्र के पार्षद और नेतागण नजर नहीं आए। तालाब के गहरीकरण के लिए स्कूली बच्चों को भी लाया जाना था लेकिन आचार संहिता लगी होने के कारण केवल निगम कमियों ने कतार बना कर सफाई की शुरूआत की। पिछले साल भी इस एरिया में निगम ने गहरीकरण किया था।
बड़े तालाब के किनारों का अतिक्रमण भी गहरीकरण के दौरान नापा जाएगा। इसके लिए निगम की एक अलग टीम आसपास के इलाकों का सर्वे कर वहां के कच्चे और पक्के निर्माण की जानकारी जुटाएंगे। गौर तलब है कि इस एरिया में पिछले साल अतिक्रमण को हटाने की बात कही गयी थी लेकिन इस दिशा में कुछ नहीं किया गया।
निगम की योजना के मुताबिक भदभदा के बाद खानूगांव व बैरागढ़ क्षेत्र में भी गहरीकरण होगा। इससे तालाब में जमा होने वाली गाद को बाहर निकाला जा सकेगा। पिछले साल निगम ने तालाब से 30 हजार ट्रक मिट्टी निकाली थी। औसतन एक ट्रक में 12 घन मीटर मिट्टी आती है और एक घन मीटर में 1000 लीटर पानी आता है। इस हिसाब से तालाब की क्षमता में 36 करोड़ ली. वृद्धि हुई। एक तगारी मिट्टी निकालते पर तालाब की क्षमता में 5 लीटर की वृद्धि होती है। इस मिट्टी को निगम की नर्सियों में डलवाया जा रहा है।