पति-पत्नी और ‘वो’ के चक्कर में गई रोहित शेखर की जान, अपू्र्वा बन बैठी कातिल

नई दिल्ली

कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे दिवंगत एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की मौत से पर्दा उठ चुका है. जैसा कि माना जा रहा था. कातिल घर में ही निकला. वो भी कोई और नहीं बल्कि रोहित की पत्नी अपूर्वा. जब पुलिस ने रोहित की मौत के मामले को खंगालना शुरू किया था, तभी पुलिस के शक की सुई रोहित की पत्नी अपूर्वा की तरफ घूम गई थी. लेकिन अब कत्ल के राज से पर्दा उठ चुका है. लेकिन एक सवाल के सबके सामने है कि आखिर किस हालात में अपूर्वा कातिल बन गई?

हक पाने की लड़ाई

रोहित शेखर और उनकी मां उज्जवला शर्मा ने दिवंगत नेता नारायण दत्त तिवारी से अपना हक पाने के लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी. साल 2014 में उन्हें उस लड़ाई का फल मिला. एनडी तिवारी ने रोहित को बेटे के तौर पर अपना लिया और उज्जवला शर्मा से लखनऊ में बाकायदा शादी कर ली. अब मां-बेटे की जिंदगी में चल रहा तूफान थम चुका था. उन दोनों की जिंदगी अब पटरी पर लौट रही थी.

ऐसे मिले थे रोहित और अपूर्वा

उज्जवला बेटे के लिए सुंदर सुशील लड़की तलाश रही थीं. इसी दौरान साल 2017 में रोहित ने एक मेट्रोमोनियल साइट पर अपूर्वा का प्रोफाइल देखा. रोहित ने मां को बताया और फिर दोनों ने मिलने का फैसला किया. इसके बाद 2017 में ही दोनों की पहली मुलाकात लखनऊ में हुई. दोनों के बीच दोस्ती हो गई. रोहित को अपूर्वा भा गई थी. इस मुलाकात के बाद दोनों करीब आ गए. फिर दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे.

दिल्ली में हुई थी दोनों की शादी

दोनों को साथ रहते हुए साल भर बीत चुका था. मां भी बेटे की शादी का इंतजार कर रही थी. लिहाजा 12 मई 2018 को रोहित और अपूर्वा ने शादी कर ली थी. शादी दिल्ली के एक फाइव स्टार होटल में हुई थी. जिसमें कई बड़े नेता और अधिकारी शामिल हुए थे. मां उज्जवला बहुत खुश थी. रोहित और अपूर्वा भी इस रिश्ते के पूरे हो जाने से उत्साहित थे. अपूर्वा का पूरा परिवार शादी में मौजूद था.

पति-पत्नी और वो

शादी के बाद दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी में अपूर्वा अपने पति रोहित शेखर के साथ रहने लगी थी. दोनों की गृहस्थी जम चुकी थी. लेकिन ज्यादा दिनों तक सब ठीक नहीं रहा. इस कहानी में 'वो' की एंट्री हो गई. शादी का एक साल भी पूरा नहीं हुआ था कि अपूर्वा को रोहित की एक महिला मित्र के बारे में पता चला, जो कि उनकी रिश्तेदार थी. उसे लेकर दोनों के बीच तल्खी बढ़ने लगी. रोहित अक्सर उस महिला से मिलने जाता था. अपूर्वा को यह बात गवारा नहीं थी.

मायके वालों के लिए घर की मांग

रोहित और अपूर्वा के रिश्ते में दरार की केवल यही वजह नहीं थी. बल्कि कहीं ना कहीं संपत्ति होना भी रोहित के लिए परेशानी का सबब बना. पुलिस छानबीन के मुताबिक अपूर्वा ने रोहित से उसके घरवालों के लिए एक घर बनवाने की मांग की थी. लेकिन रोहित ने हमेशा उसकी बात को नजर अंदाज किया. इस बात को लेकर भी दोनों के बीच कहासुनी होने लगी थी. इस बारे में उज्जवला ने भी पुलिस के सामने बयान दर्ज कराया है.

मायके चली गई थी अपूर्वा

शादी के कुछ महीनों में ही दोनों का रिश्ता बिखरने लगा था. रोहित का उस महिला से मिलना जारी था. पिछले माह दोनों के बीच मामला इतना बढ़ा कि अपूर्वा करीब एक माह के लिए अपने मायके चली गई थी. वो वारदात से करीब दो हफ्ते पहले लौटकर रोहित के पास आई थी.

वीडियो कॉल के बाद हुआ बवाल

इसी दौरान 11 अप्रैल उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव था. रोहित को वहां वोट डालने के लिए जाना था. जब रोहित वहां गया तो बताया गया कि वो अपनी महिला मित्र को भी साथ ले गया था. ये बात अपूर्वा को नहीं पता थी. लेकिन इसी बीच एक ऐसी घटना हुई, जिसने रोहित और अपूर्वा के बीच एक बड़ी लकीर खींच दी. हुआ यूं कि जब रोहित शेखर वोट डालने के लिए उत्तराखंड में था. उसी बीच अपूर्वा ने रोहित को वीडियो कॉल की. जिसमें अपूर्वा को वो महिला रोहित के साथ नजर आ गई. वे दोनों शराब पी रहे थे. माना ये भी जा रहा है कि दोनों आपत्तिजनक हालत में थे और रोहित ने नशे में कॉल रिसीव कर ली थी.

15 अप्रैल को लौटा थे रोहित

इस घटना के बाद अपूर्वा का गुस्सा सातवें आसमान पर जा पहुंचा था. फोन पर भी दोनों के बीच कहासुनी होने की बात सामने आई थी. अपूर्वा बहुत निराश थी. शायद उसने कभी नहीं सोचा था कि शादी के बाद रोहित इस तरह से बदल जाएगा. 15 अप्रैल को रोहित लौटकर वापस घर आया. उस रात रोहित के डिफेंस कालोनी कालोनी वाले घर में रोहित की पत्नी अपूर्वा, बड़ा भाई सिद्धार्थ शर्मा, नौकरानी मार्था, नौकर गोलू, ड्राइवर अखिलेश मौजूद थे.

डिनर के बाद चली गईं मां

रोहित की मां का एक सरकारी घर तिलक लेन में भी है. वो वहां भी रहती हैं. 15 अप्रैल की रात रोहित की मां उज्जवला शर्मा भी रोहित के डिफेंस कॉलोनी वाले इस घर में आई थीं. लेकिन वो डिनर करने के बाद यहां से तिलक लेन वाले घर वापस चली गई. उज्जवला के मुताबिक उस रात रोहित को जब उन्होंने देखा तो वो ठीक-ठाक था. बस थोड़ा से नशे में लग रहे थे.

15 अप्रैल, सोमवार, रात 10 बजे

रोहित की मां उज्जवला की मानें तो जब वो वहां पहुंची थीं, तब रोहित लिविंग रूम में नहीं था. जब उन्होंने रोहित की पत्नी अपूर्वा से पूछा तो उसने बताया कि रोहित थक गए हैं और अपने कमरे में सो रहे हैं. हालांकि कुछ ही देर बाद रोहित नीचे चला आया और डिनर के बाद अपनी मां को उनकी कार में बिठाने के बाद फिर से सोने चला गया था.

रोहित की संदिग्ध मौत

रोहित की मां के मुताबिक वो अगले दिन 16 अप्रैल को दोपहर करीब 2 बजे वो वापस डिफेंस कालोनी वाले घर पर आईं तो अपूर्वा ने बताया कि रोहित अभी सो कर नहीं उठा है. इसके बाद उज्जवला ड्राइवर अखिलेश और राजीव के साथ मैक्स अस्पताल चली गईं. मगर वो अभी अस्पताल के गेट पर पहुंची ही थीं कि करीब 4.30 बजे उज्जवला के पूर्व कर्मचारी रमेश का कॉल आया और उसने बताया कि रोहित की तबीयत बिगड़ गई है. उज्जवला खुद एंबुलेंस लेकर घर पहुंचीं तो अपूर्वा अपने पति रोहित को कार में लिटा रही थी. मगर फिर एंबुलेंस से रोहित को अस्पताल ले जाया गया. जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने बदली कहानी

रोहित की अचानक मौत से घर वाले हैरान तो थे, पर सबको यही लगा कि मौत नैचुरल है. लेकिन तीन दिन बाद जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो सारी कहानी पलट गई. 19 अप्रैल को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया कि रोहित की मौत दम घुटने से हुई है. गले पर निशान भी मिले हैं. शक जताया गया कि रोहित का मुंह और गला दबाया गया होगा. जबकि रिपोर्ट में मौत का वक्त रात एक से डेढ बजे के बीच बताया गया.

अपूर्वा समेत नौकरों से हो रही थी पूछताछ

मामला जांच पड़ताल शुरू हो चुकी थी. पुलिस ने मौके पर जाकर रोहित के कमरे का जायजा लिया. सबूत जुटाने की कोशिश की जा रही थी. सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही थी. घर के अपूर्वा समेत नौकरों को मिलाकर कुल 6 लोग पुलिस के रडार पर थे. मामले की जांच दिल्ली क्राइम ब्रांच के हवाले की जा चुकी थी. पूछताछ में पता चला कि वारदात से पहले रोहित और अपूर्वा के बीच झगड़ा हुआ था. उस वक्त रोहित शराब के नशे में था.

अपूर्वा बदलती रही बयान

क्राइम ब्रांच की टीम अपूर्वा से पूछताछ करती रही. वो इस घटना से अंजान बनती रही. अपूर्वा ने इस बारे में जानकारी ना होने की बात कही. उसने सिर्फ इतना बताया कि रोहित कमरे में सो रहा था. वो एक बार कमरे में गई थी. लेकिन वो लगातार अपने बयान बदलती रही. इसी वजह से उस पर पुलिस का शक गहरा गया था. तभी पता चला कि उस रात रोहित और अपूर्वा के रोहित की उसी महिला मित्र को लेकर झगड़ा हुआ था, जिसके साथ अपूर्वा ने रोहित को शराब पीते हुए देख लिया था.

खत्म हो गई रोहित की कहानी

इसी दौरान पुलिस ने अपूर्वा के नाखूनों और बालों का नमूने लिए और जांच के लिए भेज दिए. क्राइम ब्रांच एक बाद एक कड़ियां जोड़ती जा रही थी. सैंपल पॉजीटिव पाए गए और अपूर्वा के सामने सच बोलने के अलावा कोई चारा नहीं रहा. तब उसने पुलिस को बताया कि कत्ल वाली रात अपूर्वा और रोहित के बीच पहले झगड़ा हुआ और फिर हाथापाई होने लगी. रोहित नशे की हालत में था. लिहाजा अपूर्वा उस पर भारी पड़ गई. उसने रोहित का गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया. वारदात को अंजाम देने के बाद उसने सबूत मिटाने की कोशिश की और फिर सोने के लिए अपने कमरे में चली गई. इस तरह से इस कहानी और रोहित शेखर तिवारी का अंत हो गया. पति-पत्नी के बीच 'वो' की एंट्री ने कत्ल की खौफनाक दास्तान लिख दी और शौहर की बेवफाई ने बीवी को कातिल बना डाला.

 

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