सरकार ने राजकोषीय घाटे का 3.4 फीसदी का लक्ष्य हासिल किया
नई दिल्ली
केंद्र सरकार ने सरकारी खर्चों में कमी और स्मॉल सेविंग्स फंड्स से ज्यादा कर्ज लेकर वित्त वर्ष 2018-19 के लिए राजकोषीय घाटे के 3.4 फीसदी (GDP का) के लक्ष्य को हासिल कर लिया है। एक सरकारी सूत्र ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
सूत्र ने पहचान जाहिर न करने की शर्त पर बताया कि सरकार का कर संग्रह लक्ष्य से एक लाख करोड़ रुपये कम रहा। आयकर संग्रह लक्ष्य से 500 अरब रुपये कम रहा, जिसे उपरोक्त आंकड़े में शामिल किया गया है। अधिकारी ने विभिन्न मंत्रालयों के आवंटन में कटौती से जुड़ी कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया।
वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने बीते चार अप्रैल को कहा था कि सरकार 2018-19 में राजकोषीय घाटे के 3.4 प्रतिशत के लक्ष्य को हासिल करने के करीब है। सरकार ने फरवरी में अंतरिम बजट में राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 3.3 प्रतिशत से बढ़ाकर 3.4 प्रतिशत कर दिया था।
सरकार ने 2018-19 में प्रत्यक्ष कर संग्रह अनुमान को बढ़ाकर 12 लाख करोड़ रुपये कर दिया था, जबकि मूल रूप से इसके 11.50 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया था।