श्रीकांत और कश्यप सेमीफाइनल में

नयी दिल्ली
तीसरे वरीय किदांबी श्रीकांत ने पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए शुक्रवार को यहां योनेक्स सनराइज इंडिया ओपन के सेमीफाइनल में जगह पक्की की जबकि पारूपल्ली कश्यप भी लगभग चार साल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए अंतिम चार में जगह बनाने में सफल रहे। दुनिया के सातवें नंबर के खिलाड़ी श्रीकांत ने बेहतरीन फार्म में चल रहे हमवतन बी साई प्रणीत को एक घंटा और दो मिनट में 21-23 21-11 21-19 से हराकर अगले दौर में प्रवेश किया। दुनिया के 55वें नंबर के खिलाड़ी कश्यप को हालांकि चीनी ताइपे के वैंग जू वेई पर सीधे गेम में 21-16 21-11 की जीत के दौरान अधिक पसीना नहीं बहाना पड़ा। कश्यप ने 2015 में इंडोनेशिया ओपन के बाद सुपर सीरीज स्तर के किसी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाई है।

सेमीफाइनल में श्रीकांत का सामना चीन के हुआंग युशियांग से होगा जिन्होंने एक अन्य क्वार्टर फाइनल में थाईलैंड के सातवें वरीय खोसित फेतप्रदाब को 21-16 21-15 से हराया। कश्यप सेमीफाइनल में भारत के एचएस प्रणय और दुनिया के पूर्व नंबर एक विक्टर एक्सेलसन के बीच होने वाले मैच के विजेता से भिड़ेंगे। कश्यप ने कहा कि मेरे लिए यह मैच उतना मुश्किल नहीं रहा। वह अच्छा खिलाड़ी है लेकिन मुझे आक्रामक होकर खेलने का फायदा मिला। मैंने लंबे समय बाद किसी बड़े टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाई है लेकिन मैं इसे एक अन्य मैच की तरह ही देख रहा हूं। श्रीकांत ने कहा कि यह काफी करीबी मुकाबला रहा और इसे कोई भी जीत सकता था। वह काफी अच्छा खेला लेकिन मैं कुछ महत्वपूर्ण अंक हासिल करके जीत दर्ज करने में सफल रहा। तीसरे वरीय श्रीकांत ने मैच के दौरान काफी गलतियां भी की जिसका खामियाजा उन्हें पहले गेम में भुगतना पड़ा। श्रीकांत की धीमी शुरुआत का फायदा उठाते हुए प्रणीत ने पहले गेम में 11-9 की बढ़त बनाई जिसे उन्होंने जल्दी ही 17-14 और फिर 19-16 किया। श्रीकांत ने बाहर शाट मारकर 20-16 के स्कोर पर प्रणीत चार गेम प्वाइंट दे दिए। श्रीकांत ने हालांकि चारों गेम प्वाइंट बचाकर स्कोर 20-20 कर दिया। वह हालांकि 21-21 के स्कोर पर लगातार दो शाट बाहर मारकर पहला गेम 23-21 से प्रणीत की झोली में डाल बैठे। दूसरे गेम में भी प्रणीत ने अच्छी शुरुआत करते हुए 7-1 बढ़त बनाई लेकिन श्रीकांत लगातार सात अंक के साथ 8-7 से आगे हो गए और फिर अगले 17 में से 13 अंक जीतकर उन्होंने स्कोर 1-1 कर दिया। तीसरे और निर्णायक गेम में श्रीकांत शुरू में पिछड़ते रहे। प्रणीत ब्रेक तक 11-8 से आगे थे लेकिन श्रीकांत ने 11-13 के स्कोर पर लगातार चार अंक के साथ 15-13 की बढ़त बनाई और फिर इसे अंतर को अंत तक बरकरार रखते हुए 21-19 से गेम और साथ ही मैच अपने नाम किया।
 

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