नववर्ष का जश्न, एक दिन में छलकाए 28 करोड़ के ‘जाम’
रायपुर
पुराने साल की विदाई के मद्देनजर 31 दिसंबर और नए साल के स्वागत के नाम पर एक जनवरी को शराब की बिक्री में दोगुनी उछाल आ गई। शराब दुकानों के सामने भीड़ नए साल के पहले दिन दोपहर को उमड़ पड़ी। हालात ये रहे कि पूरे प्रदेश में जहां सामान्य दिनों में 17 से 18 करोड़ रुपये की शराब बिकती थी, वहीं नए साल के पहले दिन अपेक्षाकृत 10 करोड़ रुपये से अधिक की शराब बिकी। एक दिन में ही लगभग 28 करोड़ रुपए की शराब की बिक्री हो गई।
जाम छलकाने में रायपुरियंस अव्वल रहे और नए साल की रात तक छह करोड़ रुपये की शराब पी गए। ज्ञात हो कि सामान्य दिनों में रायपुर में साढ़े तीन करोड़ से चार करोड़ रुपये की शराब की बिक्री होती है। इधर नए साल के एक दिन पहले से लेकर एक जनवरी तक आय में दो करोड़ रुपये से अधिक शराब बिकी यानी नए साल के जश्न में लोगों करीब छह करोड़ रुपये की शराब पी गए। होटल और बार भी गुलजार रहे, जहां लोगों ने जमकर पैमाने छलकाए।
प्रचलित अंग्रेजी शराब ही पड़ गई कम, निर्धारित मूल्य से अधिक हुई बिक्री
बहरहाल शराब दुकानों पर शाम को भीड़ और बढ़ जाने पर ब्रांडों की कमी हो गई। उसके बाद निर्धारित मूल्य से 50 से 100 रुपये रेट वसूलने का सिलसिला चला। शहर के फाफाडीह, स्टेशन रोड, महोबाबाजार, हीरापुर समेत अन्य दुकानों पर शराब लेने के लिए बंद होने तक लोग डटे रहे।
कहीं-कहीं मोबाइल और पर्स भी गुम होने की शिकायतें मिलीं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त पुलिस बल नहीं दिखे। लिहाजा शराब दुकानों पर शराब लेने के लिए नोकझोंक करने से भी लोग बाज नहीं आए। इसे लेकर लोग मनपसंद पिकनिक स्पॉट की ओर निकल पड़े। दुकानों पर शराब पाने के लिए मारामारी मची रही। उमड़ी भीड़ का शराब बेचने वालों ने भी जमकर फायदा उठाया।
महंगे ब्रांड भी खूब बिके
इस बार महंगे ब्रांड भी खूब बिके। इसमें ब्लैक डॉग, बैलेंडर समेत अन्य ब्रांडों की धूम रही। वैसे नए साल के जश्न मनाने के लिए 18 स्थानों पर शराब पीने की अनुमति अस्थायी रूप से दी गई थी। इसकी अवधि 31 दिसंबर से एक जनवरी तक थी।