मेरे लिए आसान नहीं था बर्लिन में दिखाई जाने वाली यह फिल्म ‘कोड ब्लू’ बनाना : डॉ. अलीना खान
'तीन तलाक' यूं तो छोटा सा शब्द है पर इससे लाखों महिलाओं की जिंदगिया तबाह हुई हैं। ऐसे में खुद ही इसका शिकार हुई डॉ. अलीना खान ने इस दर्द को पर्दे पर उतार दिया। हालांकि यह काफी मुश्किल था उनके लिए लेकिन उन्होंने साहस जुटाया और तलाक से हुई तबाही के दर्द को फिल्म 'कोड ब्लू' के रूप में दुनिया के सामने रख दिया। अब इस फिल्म का बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में वर्ल्ड प्रीमियर होगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फिल्म 'कोड ब्लू' ऐसे तीन शब्दों को लिखने का प्रयास करती है, जिससे तमाम महिलाओं की जिंदगी नरक बन गई। डॉ. अलीना खान ने इस फिल्म का निर्माण राहत काजमी फिल्म्स के सहयोग से किया है। इसमें आलोकनाथ, ऋषि भूटानी, सुष्मिता मुखर्जी और अलीना खान मुख्य भूमिका में हैं। अलीना ने फिल्म के प्रीमियर को लेकर अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है ' ट्रिपल तलाक बिल औरतों के हक के लिए है ना कि किसी सियासत का हिस्सा है।' इसके अलावा उन्होंने अल्लाह को शुक्रिया अदा किया कि वह इस विषय पर फिल्म बना पाई और अब इसे बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में दिखाया जाएगा।
All thanks to Allah who give me courage to make code blue, world premiere today in Berlin film international film festival, it's raise voice against religious malpractice of triple talaq pic.twitter.com/f0pZrYe3b5
— Dr.Aleena khan (@DrAleenakhan2) 11 February 2019
अलीना खान ने कहा ' मेरी ख्वाहिश है कि फिल्मों में उन महिलाओं की जिंदगी के बारे में बात होनी चाहिए, जिनकी जिंदगी तीन तलाक की वजह से बर्बाद हुई है।' वहीं अपनी फिल्म के बारे में अलीना ने कहा कि यह फिल्म बनाना उनके लिए बेहद मुश्किल था। हर कदम पर लोगों का विरोध झेलना पड़ा। हालांकि उनके परिवार के लोगों ने कभी भी उनका साथ नहीं छोड़ा।
अलीना ने कहा कि ' बदलाव की बात करने से कुछ नहीं होता, उसके लिए आपको कोशिश करनी होती है, बदलाव की शुरुआत करनी होती है। ' उन्होंने कहा कि 'कोड ब्लू' उनके लिए यही शुरुआत है। इससे तमाम महिलाओं को सशक्त बनने की प्रेरणा मिलेगी। इसके अलावा वह अपने हक के लिए आवाज उठाने के लिए मुखर होंगी। अलीना बताती हैं कि कुरान में एक बार में तलाक देने या फिर फौरी तौर पर तलाक देने के ट्रिपल तलाक की प्रथा का कोई जिक्र नहीं है। इसके बावजूद भी तीन तलाक की प्रथा बदस्तूर जारी है।