पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोत को नोटिस, करें बंगला खली नहीं तो नीलाम होगा सामान
भोपाल
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस्तीफे के बाद भाजपा सरकार ने पूर्व कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे विधायकों को मंत्रियों के लिए चिन्हित बंगले खाली करने के लिए नोटिस जारी किए थे। पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोत को कांग्रेस सरकार के दौरान चार इमली स्थित बी-16 आवंटित किया गया था। जब बंगला खाली करने के लिए भनोत को नोटिस मिला तो उन्होंने मौजूदा आवास की जगह चौहत्तर बंगले में बी-22 उन्हें आवंटित करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को नौ जून को पत्र लिखा था। भनोत का कहना था कि वे मौजूदा आवास शीघ्र रिक्त करना चाहते है इसलिए उन्हें दूसरा आवास प्रदान किया जाए ताकि वे अपना सामान और कार्यालयीन सामग्री वर्तमान आवास से रिक्त कर सके।
भनोत के आवेदन पर कोई विचार हो इससे पहले ही दस जून को संपदा संचालनालय और लोक निर्माण विभाग का अमला उनके चार इमली स्थित आवास बी-16 में पहुंचे और इस आवास को सील कर आए। बंगला सील करने के बाद संपदा संचालनालय ने दस जून को एक नोटिस उन्हें जारी कर शासकीय आवास सील करने की जानकारी दी और संपदा संचालनालय को आवेदन कर बंगले में उपलब्ध निजी सामान प्राप्त करने को कहा है। साथ ही यह चेतावनी भी दी कि यदि वे अपना निजी सामान 24 जून तक नहीं उठाते है तो संपदा संचालनालय के अधिकारी इस सामान को नियमानुसार नीलाम करेंगे। अब 14 जून को सरकार ने बाकायदा राजधानी के अखबारों में भी इस संबंध में सार्वजनिक नोटिस प्रकाशित करवाते हुए बंगले से सामान निकालने के लिए उन्हें सचेत किया है।
पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोत के आवास को दस जून को सील करने की कार्यवाही करने और बेदखली तथा सामान नीलामी का नोटिस देने वाले आवंटन एवं बेदखली अधिकारी मुकुल गुप्ता का राज्य सरकार ने बारह जून को तबादला भी कर दिया है।
प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में संभवत: यह पहली बार है जब किसी पूर्व मंत्री से बंगला खाली कराने के लिए संपदा विभाग ने इतनी सख्ती और तत्परता दिखाई हो। मार्च में कांग्रेस सरकार बदलने के बाद पूर्व मंत्री तरुण भनोत के बंगले को संपदा संचालनालय के अमले ने सील कर दिया था। इसे लेकर भनोत कोर्ट चले गए थे। लेकिन बाद में उन्होंने अपनी याचिका वापस ले ली और सरकार से कोरोना लॉकडाउन अवधि तक आवास पर बने रहने की अनुमति मांगी थी। उन्होंने कहा था कि पंद्रह दिन में वे आवास रिक्त कर देंगे।