सीज फायर कंपनी में फैले संक्रमण की चपेट में आए चार और लोगों में मिला COVID-19
नोएडा
उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में चार और नए मरीज कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित पाए गए हैं. इसी के साथ शहर में COVID-19 मरीजों की संख्या बढ़कर 31 हो गई है. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 71 पहुंच गई है. गौरतलब है कि लॉकडाउन के बावजूद नोएडा में पिछले तीन दिनों में 19 मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. यह स्थिति जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे के लिए बड़ी चुनौती है. दादरी के बिश्नोली गांव में भी Coronavirus का एक पॉजिटिव मामला सामने आया है. इसके बाद गौतमबुद्ध नगर के कलेक्टर ने इस गांव को तीन दिन के लिए सील करने का आदेश जारी किया है.
नोएडा में रविवार की सुबह चार लोग और कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए. इनमें एक दंपति भी शामिल हैं. चारों संक्रमितों में दो महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं. चारों को उपचार के लिए ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती करा दिया गया है. खास बात यह है कि इन चारों लोगों को भी नोएडा की सीज फायर कंपनी में फैले संक्रमण के कारण यह बीमारी हुई है.
नोएडा के सेक्टर 137 में स्थित पारस टीएरा हाउसिंग सोसायटी के निवासी दंपति को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है. इसी सोसायटी में रहने वाले उनके पड़ोसी को भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है. इस तरह रविवार की सुबह पारस टीएरा हाउसिंग सोसाइटी से एक साथ तीन लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है. खास बात यह है कि इनमें शामिल दोनों पुरुष सीज फायर कंपनी में काम करते हैं. चौथा संक्रमण का मामला नोएडा के सेक्टर 27 से है. सेक्टर 27 की निवासी एक महिला को संक्रमित पाया गया है. यह महिला भी सीज फायर कंपनी में काम करती हैं. इससे पहले पारस टीएरा हाउसिंग सोसाइटी से दो महिलाओं को कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. वह दोनों महिलाएं भी रविवार को सामने आए लोगों के परिवारों के सदस्य हैं.
दरअसल, शनिवार को उत्तर प्रदेश में कोरोना के 14 नए पॉजिटिव केस मिले थे. 14 में से 9 नोएडा, 4 मेरठ और वाराणसी में एक मामला सामने आया था. वहीं, रविवार को गाजियाबाद में दो नए मामले सामने आए.
कोरोना संक्रमण के बीच में सबसे ज्यादा हालात नोएडा के खराब हो रहे हैं. नोएडा में लगातार सबसे ज्यादा केस मिल रहे हैं. एक तरफ जहां राजधानी लखनऊ में पिछले 5 दिनों के भीतर कोई मरीज नहीं मिला है. वहीं, नोएडा में 19 से ऊपर मरीज पिछले 3 दिनों के भीतर मिल चुके हैं. चिकित्सकों ने आशंका व्यक्त की है कि नोएडा में कम्युनिटी ट्रांसफर भी हो रहा है.