3 तलाक पर शिकायत, पति ने जिंदा जलाया
श्रावस्ती
तीन तलाक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने गई एक 22 साल की महिला को उसकी पांच साल की बेटी के सामने पति और ससुराल वालों ने जिंदा जला दिया। महिला की मौत हो गई। वारदात उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले के गदरा गांव में शुक्रवार शाम को हुई। पीड़िता के पिता रमजान खान का आरोप है कि मुंबई में काम कर रहे उनके दामाद नफीस (26) ने 6 अगस्त को उनकी बेटी सईदा को फोन पर तीन तलाक दिया था। मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
रमजान ने अपनी शिकायत में कहा, 'सईदा शिकायत दर्ज कराने पुलिस थाने गई लेकिन पुलिस ने उसे घर वापस भेज दिया और कहा कि पहले उसके पति को मुंबई से वापस आने दो। जब नफीस 15 अगस्त को वापस आया तो पुलिस ने दंपती को समन भेजकर पुलिस थाने बुलाया। दोनों से बातचीत की और सईदा को नफीस के साथ रहने के लिए कहा।'
बेटी ने बताई मां के साथ हुई हैवानियत की दास्तां
सईदा की बेटी फातिमा ने बताया, 'शुक्रवार दोपहर मेरे पिता नमाज अदा करके घर आए और मां को घर से निकलने के लिए कहा। इससे दोनों के बीच विवाद हो गया।' फातिमा ने बताया, 'मेरे दादा अजिजुल्ला, दादी हसीना और बुआ गुड़िया-नादिरा आए। मेरे पिता ने मां के बाल पकड़कर उन्हें मारा। मेरी बुआ नादिरा और गुड़िया ने केरोसीन उड़ेल दिया और दादा-दादी ने माचिस जलाई।'
आरोपी अभी तक गिरफ्तार नहीं
सईदा के भाई रफीक फातिमा को पुलिस थाने लेकर गए जहां उसने पूरी वारदात विस्तार से बताई। एक पुलिस टीम भेजी गई और सईदा के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने शनिवार को एफआईआर दर्ज कराई। रफीक ने कहा, 'आरोपी अभी तक गिरफ्तार नहीं हुआ है। मैं सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे जाऊंगा।'
तीन तलाक के आरोप की होगी जांच
श्रावस्ती के एसपी आशीष श्रीवास्तव ने कहा, 'नफीस और उसके परिवार के खिलाफ दहेज उत्पीड़न, हत्या और दहेज निषेध अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज हो चुकी है। पीड़िता के पिता द्वारा तीन तलाक के आरोप की जांच की जा रही है। इसकी जांच की जाएगी कि 6 अगस्त को पीड़िता की शिकायत आखिर क्यों नहीं दर्ज की गई।'