2500 करोड़ की वेस्ट होने वाली बिजली फ्री में देंगे

भोपाल
 मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार छिंदवाड़ा पहुंचे कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश में ब्लेम-गेम की राजनीति नहीं करूंगा। योजनाओं को बंद करने या उनके नाम बदलने को लेकर अभी कोई विचार नहीं है, लेकिन जो योजनाएं लोगों के हित की नहीं होगी, उसकी समीक्षा जरूर की जाएगी। मैं दुर्भावना से काम नहीं करूंगा। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज को उन्होंने बड़ा दिलवाला बताते हुए कहा कि छिंदवाड़ा के विकास में शिवराज ने कभी अड़ंगा नहीं लगाया।

कमलनाथ ने संकेत दिए कि राज्य सरकार की योजनाएं अब किसी राजनीतिक व्यक्ति के नाम पर नहीं होंगी। उन्होंने कहा कि योजनाओं का नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी या किसी क्षेत्र के नाम पर रखना चाहिए। जैसे छिंदवाड़ा से दिल्ली जाने वाली ट्रेन का नाम मैंने पातालकोट एक्सप्रेस रखा। ऐसे ही कलेक्टर का नाम भी बदला जा सकता है। हमें नए तरीके से सोचना होगा और कुछ सीढ़ियों की छलांग लगानी पड़ेगी। एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर फिल्म पर उन्होंने कहा कि जिसे फिल्म देखना है, देखे और अपनी राय बनाए।

वाणिज्य कर मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर ने अपने विभाग को लेकर नाखुशी जताई थी। इस पर कमलनाथ ने कहा कि मुझे कोई चिंता नहीं है। काम तो करना पड़ेगा। कमलनाथ ने कहा कि मुझे अधिकारियों ने बताया है कि मप्र में हर साल ढाई हजार करोड़ की बिजली वेस्ट हो रही है। इसका कोई उपयोग नहीं हो रहा। मैंने अधिकारियों से कहा है कि इस बिजली को आदिवासी जिलों में फ्री में देने की योजना तैयार की जाए। बिजली का भविष्य सोलर, विंड, थर्मल या हाइड्रो में नहीं हैं, स्टोरज में है। इस संबंध में मेरी अमेरिका के एक्सपर्ट से बात हुई है। मैंने उन्हें यहां लेक्चर देने के लिए बुलाया है।

प्रदेश में बनेगी लैंड अथॉरिटी कमलनाथ ने कहा कि मप्र में अब एक लैंड अथॉरिटी बनाई जाएगी। उद्योगों को आवंटित जो जमीन खाली पड़ी है, या लीज पूरी होने के बाद भी कई कंपनियां कब्जा जमाए बैठी हैं उनकी लीज खत्म की जाएगी। लैंड अथॉरिटी तय करेगी कि इन जमीनों का गरीबों के हित में क्या उपयोग करना है। छिंदवाड़ा में अडानी थर्मल प्लांट के भविष्य को लेकर उन्होंने कहा कि अभी इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया है।

कॉलेज में फैकल्टी ऑडिट होगा

कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज में मौजूद फैकल्टी का ऑडिट करूंगा। मैंने पीएस से कहा है कि यह पता करें कि मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी सिफारिश की है या काबिलियत के दम पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी बेस्ट होनी चाहिए क्योंकि फैकेल्टी खराब होगी तो हम डॉक्टर अच्छे नहीं बना पाएंगे इसका सीधा असर लोगों की सेहत पर पड़ेगा।

NIIT खोलेगा स्किल सेंटर

मुख्यमंत्री ने बताया कि एनआईआईटी द्वारा इंदौर के आसपास किसी जिले में एनआईआईटी का सेंटर खोला जाएगा। जिसमें इंजीनियरिंग के छात्रों को कंप्यूटर और अन्य ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने बताया कि एनआईआईटी के मालिक से इस बारे में मेरी बात हुई है। उन्होंने कहा कि मैंने टाटा के चेयरमैन से भी कहा है कि वह बताएं कि मध्य प्रदेश में क्या योगदान दे सकते हैं।

अधिकारी चेहरा देख कर काम करते हैं

मध्य प्रदेश में अडानी पावर प्लांट में हो रही देरी को लेकर कमलनाथ ने कहा कि मैंने एक अफसर से कुछ समय पहले इसका कारण पूछा था तो उन्होंने मुझे कहा कि अब इसकी जरूरत नहीं है, लेकिन अब वे अफ़सर कह रहे हैं कि 2025 के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए यह प्लांट जरूरी है। अधिकारी चेहरा देख कर काम करते हैं। छिंदवाड़ा के कौशल विकास मॉडल के बहाने कमलनाथ ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने सवाल किया कि मोदी के स्कील डेवलपमेंट मिशन से कितने लोगों को रोजगार मिला है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सिर्फ ट्रेनिंग के आंकड़े बताती है जबकि उन्हें रोजगार देने के आंकड़े बताने चाहिए। कमलनाथ ने कहा कि नियुक्तियों का विकेंद्रीकरण होना चाहिए।

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