22 साल से नहीं जीती बैतूल सीट, कमलनाथ करेंगे चर्चा, लोकसभा क्षेत्र की बैठक आज
भोपाल
लोकसभा चुनाव में जीत के लिए मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ आज शाम को बैतूल और शहडोल लोकसभा क्षेत्र की बैठक लेने जा रहे हैं। दोनों ही सीट अभी कांग्रेस के कब्जे में नहीं हैं। बैतूल सीट पर कांग्रेस पिछले 22 सालों से चुनाव नहीं जीत सकी है। इससे पहले कमलनाथ पिछले चार दिनों में अब तक टीकमगढ़, सतना, बालाघाट, उज्जैन, होशंगाबाद और धार लोकसभा क्षेत्रों की बैठक ले चुके हैं।
बैतूल और शहडोल की इस बैठक में जिला अध्यक्षों के साथ ही लोकसभा प्रभारी, विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी, एआईसीसी और पीसीसी प्रतिनिधि के साथ ही क्षेत्र में प्रमुख नेताओं को बुलाया गया है। बैठक में मुख्यमंत्री सभी नेताओं से वन-टू-वन बात कर उम्मीदवार के नाम भी पूछेंगे।
बैतूल लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस आखिरी बार 1991 में जीती थी। इसके बाद कांग्रेस ने यहां पर उम्मीदवारों को लेकर कई प्रयोग किए। यहां से सांसद रह चुके गुफराने आजम और असलम शेर खान को लड़ाया लेकिन ये दोनों भी सीट को वापस से कांग्रेस की झोली में नहीं डाल सके। वर्ष 1980 में गुफराने आजम और वर्ष 1984 एवं 1991 में असलम शेर खान यहां से कांग्रेस के टिकट पर जीते थे। पिछला चुनाव यहां से कांग्रेस एसटी विभाग के अध्यक्ष अजय शाह लड़े थे, वे भी हार गए।
शहडोल में कांग्रेस के टिकट पर राजेश नंदनी सिंह वर्ष 2009 में जीती थी। इसके बाद वर्ष 2014 के चुनाव में हार गए। यहां के सांसद दलपत सिंह परस्ते के निधन के बाद रिक्त हुई सीट पर उपचुनाव हुए। जिसमें कांग्रेस ने राजेश नंदनी सिंह की बेटी हिमाद्री सिंह को मैदान में उतारा, लेकिन वे भी चुनाव हार गई।