10,000 ग्रामीण महिलाओं को बनाया जाएगा उज्ज्वला दीदी, करेंगी लोगों को जागरूक
नई दिल्ली
तेल विपणन कंपनियां उज्ज्वला योजना के तहत वितरित एलपीजी कनेक्शन का इस्तेमाल को बढ़ावा देने लिए 10 हजार से अधिक ग्रामीण महिलाओं को उज्ज्वला दीदी का दर्जा देकर उन्हें ऊर्जा दूत बनाएंगी। ये महिलाएं लोगों को घर-घर जाकर जागरुक करेंगी।
आईओसीएल ने दी जानकारी
आपको बता दें कि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन और एसएलसी ऑयल इंडस्ट्री के मुख्य महाप्रबंधक शुभजीत घोष ने जानकारी देते हुए बताया कि दस हजार से अधिक उज्ज्वला दीदियों की पहचान की गई है जो राज्य में जमीनी स्तर पर ऊर्जा के एंबेसडर का काम करेंगी। साथ ही उन्होंने कहा कि उज्ज्वला दीदी राज्य में वितरकों तथा मौजूदा एवं संभावित एलपीजी उपभोक्ताओं के बीच पुल का काम करेंगी।
78 लाख लोगों को मिल रहा फायदा
राज्य में एलपीजी उपभोक्ताओं की संख्या 2014 के 20 लाख से बढ़कर फरवरी 2019 में करीब 78 लाख पर पहुंच गई है। घोष ने कहा कि राज्य में एलपीजी उपभोक्ताओं की वृद्धि में अकेले प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का योगदान है। उन्होंने कहा कि राज्य में यह योजना 20 जून 2016 से शुरू हुई और तब से गरीब महिलाओं को 39 लाख एलपीजी कनेक्शन दिए जा चुके हैं।
उज्ज्वला दीदी लोगों को करेंगी जागरूक
उन्होंने कहा कि ओडिशा में एलपीजी घनत्व 2014 में जहां 20 फीसदी था वह बढ़कर 73 फीसदी तक पहुंच गया। हालांकि, सफलतापूर्वक लागू की गई किसी भी योजना के लिए उसकी निरंतरता महत्वपूर्ण है। यही वजह है कि तेल विपणन कंपनियां उज्ज्वला दीदी की अवधारणा के साथ आगे आईं हैं। इनकी पहचान प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों में से ही की गई है।